हाथी-गुलदार के बाद आफत बने सियार, हल्द्वानी में 19 को किया घायल

हल्द्वानी के गौलापार क्षेत्र खेड़ा और नवाड़खेड़ा में सियार के हमले की घटनाओं के बाद लोग दहशत में हैं। बीते गुरुवार देर शाम यहां सियार ने हमला कर 19 लोगों को घायल किया था। मामले में शुक्रवार को ग्रामीणों ने डीएफओ हल्द्वानी वन प्रभाग कुंदन कुमार से मुलाकात कर घायलों को मुआवजा देने और लोगों की सुरक्षा के लिए गश्त बढ़ाए जाने की मांग की है।
डीएफओ ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। बीते दिनों उत्तर प्रदेश के बहराइच और उसके आसपास के क्षेत्रों में भेड़ियों का आतंक बेहद चर्चा में रहा। इस बीच हल्द्वानी के गौलापार क्षेत्र में गुरुवार रात सियार ने 19 लोगों पर हमला कर दिया।
हमले में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इनमें ग्रामीण नारायण सिंह देउपा की हालत गंभीर बनी हुई है। उनका शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के लोग घर के अंदर थे। सियार ने घर के अंदर पहुंचकर उन पर हमला किया।
ग्रामीण बोले
नवाड़खेड़ा के ग्राम प्रधान हीरा सिंह बिष्ट ने डीएफओ को बताया कि उनकी ग्राम सभा में 5 लोगों पर सियार ने हमला कर घायल किया। वहीं खेड़ा क्षेत्र पंचायत सदस्य ने बताया कि उनके क्षेत्र में 14 लोगों को सियार ने हमला कर घायल किया। इस पर डीएफओ ने ग्रामीणों को बताया नियमों के तहत सभी ग्रामीणों को मुआवजा दिया जाएगा। 19 ग्रामीणों को रैबीज का टीका भी लगा दिया गया है। यहां पूरन मेहता, धीरेन्द्र सिंह, हरीश बुडौला, ललित बिष्ट, कमल सिंह, रितेश रहे।
दावा मारे गए सियार में पागलपन के लक्षण
रेंजर प्रदीप पंत ने बताया कि घटना की सूचना पर जब वह मौके पर पहुंचे तो ग्रामीणों ने बताया कि एक ग्रामीण ने सेल्फ डिफेंस में एक सियार को मार दिया है। उसके बाद शुक्रवार को करीब तीन साल के सियार का पोस्टमार्टम किया गया। प्रथम दृष्टया सियार में पागलपन के लक्षण सामने आए हैं। उसके सिर के सैंपल लेकर देहरादून और बरेली जांच के लिए भेजे गए हैं।
किसानों पर ततैया का हमला
गौलापार के खेड़ा बाईपास स्थित पेट्रोल पंप के पास शुक्रवार सुबह ततैया के हमले में 12 लोग घायल हो गए। इनमें से पांच लोग उपचार कराने खेड़ा अस्पताल पहुंचे। उन्हें हल्द्वानी के लिए रेफर कर दिया गया। गांव के अंकित कुमार ने बताया कि शुक्रवार सुबह जब वह हल्द्वानी से घर लौट रहे थे, अचानक उन पर ततैया के झुंड ने हमला कर दिया। वह भागकर पेट्रोल पंप में घुस गए। सड़क पर मौजूद 11 अन्य लोगों पर भी ततैया ने हमला किया।
ड्रोन और कैमरों से रखी नजर
डीएफओ कुंदन कुमार ने बताया घटना की जानकारी पर वन विभाग पूरी तरह अलर्ट है। जो लोग घायल हैं उनका उपचार कराया जा रहा है। एहतियात के तौर पर शुक्रवार को सियार देखने को ड्रोन का सहारा लिया गया। इसमें सियार नजर नहीं आए। वहीं सियार को ट्रैप करने को दो कैमरे भी लगाए जा रहे हैं। जबकि 10 लोगों की दो टीम भी मौके पर 24 घंटे अलग-अलग शिफ्ट में गश्त करेगी। बीते कुछ सालों में कुमाऊं में सियार के हमले का पहला मामला है। कुछ लोगों ने बताया था कि कुछ साल पहले बाजपुर क्षेत्र में इस तरह की घटना हुई थी।