उत्तराखंड के इन जिलों में भरी बारिश को लेकर रेड अलर्ट हुआ जारी
उत्तराखंड में मॉनसून ने तेजी पकड़ ली है। बुधवार को पूरे उत्तराखंड में झमाझम बारिश हुई। बारिश से जहां गर्मी एवं उमस से राहत मिली है, वहीं कई जगहों पर रास्ते बंद होने, जलस्तर बढ़ने, जलभराव से मुश्किलें भी हो रही हैं। अगले चार दिन यानि सात जुलाई तक प्रदेशभर में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
कुमाऊं के जिलों में रेड, गढ़वाल मंडल में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि बुधवार को प्रदेशभर में अच्छी बारिश दर्ज की गई। सात जुलाई तक नैनीताल, बागेश्वर और चंपावत जिलों में बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश एवं अल्मोडा, पिथौरागढ़ एवं यूएसनगर में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
यहां पर रेड अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून, पौड़ी, टिहरी और हरिद्वार जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। लोगों को पानी वाली जगहों से दूर रहने एवं यात्रा करने से परहेज करने की अपील की गई है।
अल्मोड़ा में सबसे ज्यादा बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार को अल्मोडा समेत कुमाऊं के जिलों में ज्यादा बारिश दर्ज की गई। अल्मोडा के चौखुटिया में 72.5, भैंसिया छाना में 62, लोहाघाट में 59, चंपावत में 45, काशीपुर में 42, भीमताल में 38, हल्द्वानी में 31, चमेाली में 26, विकासनगर में 25.5 एमएम बारिश दर्ज की गई।
सामान्य से छह डिग्री नीचे तक लुढ़का पारा
बारिश के चलते अब तापमान भी लुढ़कने लगा है। सामान्य से तीन से लेकर छह डिग्री तक पारा नीचे आ गया है। जिससे प्रदेश में गर्मी एवं उमस से लोगों को राहत मिल गई है। दून में सामान्य से तीन डिग्री तो पंतनगर में छह डिग्री कम पारा दर्ज किया गया।
कहां कितना तापमान
शहर तापमान
देहरादून 28.4
पंतनगर 27.6
मुक्तेश्वर 18.1
नई टिहरी 23.7
मसूरी में बारिश के बाद जनजवीन अस्त-वयस्त
मसूरी में बुधवार को सुबह से ही बारिश का सिलसिला शुरू हो गया था जो देर शाम तक जारी रहा जिससे आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त रहा। बारिश के चलते सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को उठानी पड़ी।
वहीं शहर में चारों तरफ घना कोहरा छा गया जिससे दिन में ही रात जैसा नजारा देखने को मिला। इस दौरान वाहन चालकों को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ा। वाहन चालकों को अपनी गाड़ियों की हैड लाइट जलाकर चलना पड़ा । ग्लोगी धार के पास भी मालवा आ गया था जिसे तुरंत हटा दिया गया। इसके साथ ही संपर्क मार्गों पर भी जगह-जगह पर मलवा आ गया था लेकिन मार्ग बाधित नहीं हुए ।
वही शाम के समय माल रोड पर भी सन्नाटा पसरा हुआ नजर आया। बारिश के चलते अधिकांश पर्यटक होटलों में ही कैद रहे। वही बारिश के चलते शहर की अधिकांश नालियों के चोक होने के कारण पूरा पानी सड़कों पर बहने से पैदल चलने वालों के साथ ही दुपहिया वाहन चालकों को भारी परेशानियों को सामना करना पड़ा।