MP: लोकसभा चुनाव से पहले दिग्विजय सिंह की चुनाव आयोग से की ये खास मांग
विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा ईवीएम को लेकर लगातार सवाल उठाए जाते रहते हैं। एक बार फिर ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए गए हैं।
दिग्विजय सिंह ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वसनीयता पर संदेह जताया। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि मतपेटी के अंदर डालने के लिए वीवीपैट पर्चियां मतदाताओं को सौंपी जाएं।
कोई भी एक्सेस कर सकता है सॉफ्टवेयर- दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह ने कहा कि चुनाव परिणाम केवल इन पर्चियों की गिनती करके घोषित किए जाने चाहिए। उन्होंने दावा किया कि ईवीएम का इस्तेमाल सिर्फ भारत, ऑस्ट्रेलिया, नाइजीरिया, वेनेजुएला और ब्राजील में चुनाव कराने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में इस्तेमाल किया जाने वाला सॉफ्टवेयर सार्वजनिक डोमेन में है और कोई भी इसे एक्सेस कर सकता है।
दिग्विजय सिंह ने की चुनाव आयोग से मांग
उन्होंने आगे कहा कि अगर बैलेट पेपर के माध्यम से चुनाव कराना संभव नहीं है तो VVPAT की पर्चियों को मतदाताओं को सौंप दी जानी चाहिए और उन्हें वेरिफिकेशन के बाद मतपेटी में डालने की अनुमति दी जानी चाहिए। कांग्रेस नेता ने यह भी मांग की है कि इन वीवीपैट पर्चियों की गिनती करके चुनाव परिणाम घोषित किए जाएं, न कि उन ईवीएम के माध्यम से जो विभिन्न उम्मीदवारों द्वारा डाले गए मतों को रिकॉर्ड करते हैं।
2017 के बाद वीवीपैट मशीन में किया गया बदलाव- दिग्विजय
दिग्विजय सिंह ने गुजरात के कंप्यूटर इंजीनियर अतुल पटेल का जिक्र किया। उन्होंने दावा किया कि अगर बटन को लंबे समय तक दबाया जाता है तो यह कई वोटों को रिकॉर्ड करता है, न कि उस सिंबल को जिसके लिए लोगों ने वास्तव में वोट दिया है। उन्होंने कहा कि पहले वीवीपैट मशीन के ऊपर कांच पारदर्शी था, लेकिन 2017 के बाद इसे डार्क कर दिया गया जो इसकी प्रामाणिकता पर संदेह पैदा करता है।