ताइवान की नई सरकार को भारत ने दी बधाई, पढ़ें पूरी खबर…
ताइवान के हालिया चुनावों में जीत हासिल करने वाले नेताओं को अब भारत ने भी बधाई दे दी है। भारत के इस कदम से चीन का बौखलाना तय है। दरअसल चीन हर उस देश पर अपनी भड़ास निकाल रहा है जो ताइवान को बधाई दे रहा है। सेंट्रल न्यूज एजेंसी ताइवान (फोकस ताइवान) की रिपोर्ट के अनुसार, ताइवान में भारत के प्रतिनिधि मनहरसिंह लक्ष्मणभाई यादव ने नवनिर्वाचित नेताओं को बधाई दी है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, लक्ष्मणभाई यादव भारत के गणतंत्र दिवस का जश्न मनाने के लिए ताइपे में आयोजित एक स्वागत समारोह को संबोधित कर रहे थे। अपने संबोधन के दौरान, उन्होंने उन लोगों को शुभकामनाएं दीं जिन्होंने ताइवान की लोकतांत्रिक प्रक्रिया की सफलता सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास किया। उन्होंने कहा, “हमने हाल ही में यहां लोकतंत्र को फलते-फूलते देखा है। मैं उन सभी व्यक्तियों को हार्दिक बधाई देता हूं जिन्होंने इस अवसर को अपनाया। मैं उन लोगों को भी बधाई देता हूं जिन्होंने इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया की सफलता सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास किया।”
भारत-ताइपे एसोसिएशन (आईटीए) के महानिदेशक ने भी ताइवान में नवनिर्वाचित नेताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण यहां के अच्छी तरह से स्थापित लोकतंत्रित मूल्यों का उदाहरण हैं। बता दें कि ताइवान और भारत के बीच कोई आधिकारिक राजनयिक संबंध नहीं हैं। फोकस ताइवान के अनुसार, ऐसे में आईटीए आधिकारिक ताइवान में भारतीय हितों का प्रतिनिधित्व करता है। चीन, ताइवान को अपना क्षेत्र बताता है और जरूरत पड़ने पर बलप्रयोग कर उसे अपने नियंत्रण में लाने का दावा करता है। चीन उन बयानों की कड़ाई से निंदा करता है जो द्वीप की सरकार को वैधता प्रदान करते प्रतीत होते हैं।
चीन ताइवान चुनाव के विजेता को बधाई देने पर फिलीपीन के राष्ट्रपति पर आगबबूला
चीन के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को फिलीपीन के राजदूत को तलब किया और ताइवान के राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने पर लाई चिंग ते को फिलीपीन के राष्ट्रपति फर्डिनांडो मार्कोस जूनियर द्वारा बधाई देने पर कड़ी आपत्ति जताई। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने संवाददाताओं से कहा कि मार्कोस की टिप्पणी ”फिलीपीन द्वारा चीन के प्रति जताई गई राजनीतिक प्रतिबद्धता का गंभीर उल्लंघन है और यह चीन के आतंरिक मामलों में हस्तक्षेप है।”
माओ ने कहा, ”हम फिलीपीन से सख्ती से कहना चाहते हैं कि वह ताइवान मामले में आग से न खेले…और तत्काल ताइवान के संबंध में गलत बयानी और गलत कृत्यों को रोके एवं ताइवान की स्वतंत्रता और अलगाववादी ताकतों को गलत संदेश न दे।” उन्होंने बताया कि सहायक विदेश मंत्री नोंग रोंग ने चीन में फिलीपीन के राजदूत को मंगलवार सुबह तलब किया, ”और सख्त आपत्ति जताते हुए पूरे प्रकरण पर स्पष्टीकरण देने को कहा।”
मार्कोस जूनियर ने सोमवार को लाई चिंग ते को बधाई देते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि वह करीबी सहयोग और आपसी हितों को मजबूत बनाना चाहते हैं। लाई चिंग ने संकल्प लिया है कि वह द्वीप की चीन से वास्तविक स्वतंत्रता की रक्षा करेंगे और अन्य लोकतांत्रिक देशों से संबंध स्थापित करेंगे।