MP के इस चर्च में हिन्दुओं के जाने पर लगी रोक, जानिए वजह….

मध्य प्रदेश में क्रिसमस को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। कई जिलों के अधिकारियों द्वारा स्कूल में बच्चों को सैंटा बनाने को लेकर अभिभावक की परमिशन अनिवार्य की गई है। इसी बीच अब एक और विवाद सामने आया है। सीहोर जिले में ब्रिटिश कालीन चर्च पर एक पोस्टर लगाया गया है जिसमें चर्च में हिन्दुओं के जाने पर रोक लगाई गई है। 

सीहोर में स्थित ऑफीसर्स कॉलोनी के पास आल सेंट चर्च के गेट पर ‘हिंदुओं का आना मना है’ पोस्टर लगाया गया है। चर्च की दीवार पर पोस्टर चिपके हुए हैं। इसको लेकर हिंदू परिषद के अध्यक्ष ने कहा है कि वह हिंदुओं का कोई धर्म स्थान नहीं है जो वहां जाए लेकिन इस प्रकार के विवादित पोस्टर लगाने पर कारण पता किया जाएगा। हालांकि चर्च के द्वारा रोक शहर में चर्चा का केंद्र बिंदु बने गए हैं। 

मिली जानकारी के अनुसार सीहोर नगर में स्थित इस चर्च में हर साल क्रिसमस के अवसर पर अनेक आयोजन होते हैं आज भी क्रिसमस है।  इस संदर्भ में अभी तक चर्च की ओर से कुछ नहीं कहा गया है। बताया गया है कि यह चर्च एशिया के सुंदर चर्च में से एक है और इसकी बनावट भी अपने आप में काफी आकर्षक है।

बताया जाता है कि ऑल सेन्ट्स चर्च, डारासिस ऑफ भोपाल सी.एन.आई.सीहोर म.प्र. आता है। इस चर्च का निर्माण अंग्रेज पॉलीटिकल एजेंट जे. डब्ल्यू ऑफ बोर्न द्वार अपने भाई की याद में बनवाया था। इसे बनाने में 27 वर्ष लगे थे। यह एशिया का दूसरे नंबर का सबसे सुंदर चर्च माना जाता है। लाल पत्थरों से बनाया गया यह चर्च आस्था और शिल्प का अद्भुत संगम है। चर्च तक जाने के लिए सीवन नदी पर लकड़ियों का पुल बनाया गया था। इसी पुल से अंग्रेज प्रार्थना करने चर्च पर आते थे। यह चर्च स्कॉटलैंड में बने चर्च को देखकर बनाया गया था। इसमें वास्तु शास्त्र का पूरा ध्यान रखा गया है और इसमे पुलिपिट (वेदी) एवं बेंचेस ऐसी लकड़ी से बनाई गई हैं, जो आज भी यथा-स्थिति में हैं। चर्च में 100 से 150 लोगो के बैठने की व्यवस्था है और 90 से 105 सदस्य है। इसकी व्यवस्था एवं रखरखाव का का कार्य चर्च कमेटी और सदस्यों के सहयोग से किया जाता है।उत्तर भारत की कलीसियायों का समाविलगन (MERSER) 29 नवम्बर 1920 में किया गया था। जिसके तहत चर्च डायसिस ऑफ भोपाल (सी. एन. आई.) के अर्न्तगत कार्य कर रहा है। वास्तव में यह चर्च सीहोर सीमा के उन और कलीसिया अध्यात्म और आस्था की अमूल्य निधि है। 

विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष जगदीश कुशवाहा का कहना है कि अगर इस प्रकार के पोस्टर चर्च के बाहर लगाए गए हैं तो यह एक विवादित स्थित है। वैसे तो चर्च हिंदुओं का धर्म स्थल नहीं है लेकिन इस मामले को लेकर पता किया जाएगा कि ऐसा क्यों किया गया है या किसके द्वारा किया गया है।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker