MP में टूटा रिकॉर्ड, 76% से ज्यादा मतदान, छत्तीसगढ़ में 75 फीसदी से ज्यादा वोटिंग

मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान शाम छह बजे समाप्त हो गया। मध्य प्रदेश में 76.22 फीसद जबकि छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के तहत 70 सीटों पर 75.08 प्रतिशत मतदान रिकॉर्ड किया गया। पिछले चुनाव में एमपी में 75 प्रतिशत जबकि छत्तीसगढ़ में 76.62 मतदान रिकॉर्ड किया गया था। छत्तीसगढ़ में हिंसा की एक बड़ी घटना हुई जिसमें नक्सलियों के हमले में ITBP का एक जवान शहीद हो गया। नक्सलियों ने गरियाबंद में IED ब्लास्ट को उस वक्त अंजाम दिया जब दूसरे चरण का मतदान संपन्न करा कर सुरक्षाकर्मी अपनी पोलिंग टीम के साथ वापस लौट रहे थे। 

छत्तीसगढ़ में 75.08 फीसदी वोटिंग, जवान शहीद

छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को 75.08 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया। 2018 के विधानसभा चुनाव में दूसरे चरण में 72 सीट पर हुए मतदान में 76.62 फीसदी मतदान हुआ था। राज्य में शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। हालांकि नक्सल प्रभावित गरियाबंद जिले के मैनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बड़ेगोबरा गांव के करीब नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया। इस घटना में मतदान दल की सुरक्षा में तैनात आईटीबीपी के प्रधान आरक्षक जोगिंदर सिंह की मृत्यु हो गई। 

कतार में खड़ी महिला की मौत

वहीं एक अन्य घटना में मतदान के दौरान एक महिला की मृत्यु हो गई। कसडोल विधानसभा सीट के रिटर्निंग अधिकारी भूपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि क्षेत्र के मल्दा ग्राम पंचायत के मतदान केंद्र क्रमांक 76 में सहोदरा बाई निषाद (58) मतदान के लिए कतार में खड़ी थी। उन्होंने बताया कि वह अपनी बारी का इंतजार कर रही थी तभी अचानक नीचे गिर पड़ी। मतदानकर्मियों की सहायता से परिजनों ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

मतदान करने जा रहे ग्रामीण को हाथी ने मार डाला

एक अन्य घटना में कोरिया जिले के कोरिया वन मंडल के अंतर्गत खड़गवां वन परिक्षेत्र के मंगोरा गांव में मतदान करने जा रहे ग्रामीण उमेन्द्र सिंह (25) की जंगली हाथी के हमले में मृत्यु हो गई। उमेन्द्र जब घर से निकला तब गांव के करीब एक जंगली हाथी विचरण कर रहा था। हाथी को देखने बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे, जब सिंह वहां पहुंचा तब हाथी भीड़ की तरफ दौड़ा और सिंह को कुचलकर मार डाला।  

शुरुआत धीमी लेकिन बाद में लंबी कतारें

शुरुआत में मतदान धीमा रहा, लेकिन समय बीतने के साथ ही मतदाता बड़ी संख्या में मतदान के लिए अपने घरों से निकलने लगे। बाद में मतदान केंद्रों के सामने लंबी कतारें देखी गईं। छत्तीसगढ़ में जिन प्रमुख लोगों का राजनीतिक भविष्य ईवीएम में कैद हुआ उसमें सीएम भूपेश बघेल (पाटन), उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव (अम्बिकापुर), विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत (सक्ती), भाजपा के प्रदेश अरुण साव (लोरमी) और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल (जांजगीर) मुख्य हैं।

958 प्रत्याशियों का चुनावी भाग्य EVM में कैद

छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण में 827 पुरुष, 130 महिलाएं और एक थर्ड जेंडर उम्मीदवार समेत कुल 958 प्रत्याशी हैं, जिनका चुनावी भाग्य EVM में बंद हो गया। दूसरे चरण के लिए कुल मतदाताओं में से 81,41,624 पुरुष, 81,72,171 महिलाएं और 684 लैंगिक रूप से तीसरे वर्ग के मतदाता थे। दूसरे चरण के लिए 18,833 मतदान केंद्र बनाए गए थे। सूबे के 70 विधानसभा क्षेत्रों में से 44 सीट सामान्य वर्ग की जबकि 17 सीट अनुसूचित जनजाति के लिए और नौ सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।

एमपी में 76 प्रतिशत से अधिक मतदान

वहीं मध्य प्रदेश में 76.22 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। एमपी में चुनावी मैदान में 2,533 उम्मीदवार हैं, जिनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके पूर्ववर्ती और मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जैसे राजनीतिक दिग्गज शामिल हैं। एमपी में विधानसभा चुनाव शुक्रवार को एक ही चरण में संपन्न हो गया जबकि तीन दिसंबर को मतगणना होगी। सूबे में 5.6 करोड़ से अधिक मतदाता हैं।

एमपी में एक की मौत, कई घायल

मध्य प्रदेश पुलिस ने कहा कि राजनगर में दो समूहों के बीच झड़प के बाद कांग्रेस उम्मीदवार के एक सहयोगी की मौत हो गई। राजनगर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार विक्रम सिंह उर्फ नाती राजा ने कहा कि मृतक सलमान उनका वाहन चलाता था। कुछ स्थानों पर हिंसा के कारण मतदान प्रभावित हुआ। इंदौर जिले के महू क्षेत्र में दो समूहों के बीच झड़प में पांच लोग घायल हो गए, जबकि मुरैना जिले के दिमनी निर्वाचन क्षेत्र में झड़प में दो लोग घायल हो गए, जहां केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर चुनाव लड़ रहे हैं।

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