भारत के इन शहरों में विदेशी टूरिस्ट भी आते हैं दिवाली देखने, जानिए क्यों है खास…
दिवाली दीपों का त्योहार है. इस त्योहार को बेहद उत्साह और जुनून के साथ मनाया जाता है. घर-घर दिये जलाए जाते हैं और चारों तरफ प्रकाश ही प्रकाश किया जाता है. पौराणिक मान्यता है कि भगवान श्रीराम जब लंका के राजा रावण का वध कर पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ 14 वर्षों का वनवास पूरा कर अयोध्या वापस लौटे, तो उनके स्वागत में उस दिन पूरी अयोध्या नगरी दीपों से जगमगा रही थी.
वैसे तो भारत के हर गांव और शहर की दिवाली बेहद खास होती है, लेकिन कुछ जगहें ऐसी हैं, जहां की दिवाली देखने के लिए विदेशी टूरिस्ट भी आते हैं. हम आपको यहां ऐसी ही जगहों के बारे में बता रहे हैं.
अमृतसर
काफी तादाद में विदेशी टूरिस्ट पंजाब के अमृतसर की दिवाली देखने के लिए आते हैं. यहां स्वर्ण मंदिर में होने वाली दिवाली बेहद खास है. इस दिन पूरा स्वर्ण मंदिर जगमगाता है. इसे इतने सुंदर तरीके से सजाया जाता है कि टूरिस्ट मंत्रमुग्ध होते हैं. विदेशी टूरिस्ट खास तौर पर गोल्डन टेंपल की दिवाली देखने के लिए आते हैं. इस दिन स्वर्ण मंदिर को सुंदर लाइटों से सजाया जाता है.
अयोध्या
इसी तरह से विदेशी टूरिस्ट अयोध्या की दिवाली को देखने के लिए भी जाते हैं. इस बार अयोध्या की दिवाली बेहद खास होगी क्योंकि अगले साल मंदिर का उद्घाटन होना है. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. दिवाली की पौराणिक मान्यता अयोध्या से जुड़ी हुई है इसलिए अयोध्या की दिवाली दुनियाभर में प्रसिद्ध है. इस दिन लाखों-करोड़ों दियों की रोशनी से अयोध्या जगमग होती है. सरयू नदी किनारे दियों से जगमगा उठती है.
वाराणसी
वाराणसी की दिवाली देखने के लिए विदेशी टूरिस्ट दुनियाभर से आते हैं. यहां की दिवाली सबसे खास होती है और पूरी वाराणसी दियों से जगमगा उठती है. इस दिन गंगा के घाटों पर सैंकड़ों की संख्या में मोमबत्तियां और मिट्टी के दिये जलाए जाते हैं. हजारों दिये गंगा में बहाए जाते हैं. दुनिया के तमाम देशों से टूरिस्ट वाराणसी की दिवाली देखने के लिए आते हैं.
कोलकाता
इसी तरह से कोलकाता की दिवाली भी बेहद खास होती है और इसे देखने के लिए काफी तादाद में विदेशी टूरिस्ट पहुंचते हैं. कोलकाता में दिवाली की रात काली पूजा का आयोजन होता है जो देखने लायक होता है. इस दिन पूरा कोलकाता लाइट में जगमगा उठता है. कोलकाता को काली पूजा के लिए सुंदर लाइटों से सजाया जाता है. पूरी रात काली पूजा चलती है.