चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के हाथों से फिसल सकती है सत्ता, पढ़ें पूरी खबर…
भारत में हो रहे जी20 सम्मेलन में शामिल होने से इनकार करने के बीच कई रिपोर्ट्स ऐसी आई थीं कि शी जिनपिंग अपने ही घर में घिरे हुए हैं। वैश्विक राजनीतिक समीकरणों और आर्थिक मंदी की वजह से उन्हें सत्ता के हाथ से फिसलने का डर सता रहा है। बीते कुछ समय में शी जिनपिंग ने अपने उन विश्वस्त लोगों को भी किनारे कर दिया है जिनपर वह कभी बहुत भरोसा करते थे। अब सोशल मीडिया पर चीनी रक्षामंत्री ली शांगफू के ‘गायब’ होने के कयास लगाए जा रहे हैं।
जापान में अमेरिकी राजदूत राहम इमैनुएल के एक पोस्ट के बात चीनी रक्षा मंत्री को लेकर तरह-तरह की बातें हो रही हैं। चीनी न्यूज एजेंसी ने हाल ही में कहा था कि शी जिनपिंग ने रक्षा मंत्री के सामने सुरक्षा और स्थिरता को लेकर बातें रखी थीं। उन्होंने कहा था कि सेना में उच्च स्तर की एकता की जरूरत है। चीनी रक्षा मंत्री ली आखिरी बार बीजिंग में हुए चीन-अफ्रीका पीस ऐंड सिक्योरिटी फोरम की बैठक में नजर आए थे। इसके बाद से वह सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आए हैं।
इसी तरह बदले गए थे विदेश मंत्री
इसी तरह चीन के विदेश मंत्री किन गैंग भी अचानक लापता हो गए थे। इसके बाद उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया। वह एक महीने से ज्यादा वक्त तक सामने नहीं आए थे। किन गैंग को भी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का करीबी माना जाता था। उन्होंने 10 साल तक यह जिम्मेदारी संभाली। अचानक चीनी सरकार ने वांग यी को यह जिम्मेदारी सौंप दी। यह भी नहीं बताया गया कि किन गैंग को पद से क्यों हटाया गया है। बता दें कि किन गैंग की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी थी और उनकी तुलना राष्ट्रपति शी जिनपिंग से होने लगी थी।
किन गैंग के अलावा पीएलए में रॉकेट फोर्स के दो वरिष्ठ अधिकारियों को भी हटा दिया गया। चीनी सेना ने पांच साल पहले के एक घोटाले को लेकर भी दोबारा जांच शुरू की है। यह जांच हार्डवेयर खरीद से जुड़ी हुई है। सेना की तरफ से कहा गया कि यह जांच अक्टूबर 2017 से जुड़ी है। उस वक्त ली इक्विपमेंट डिपार्टमेंट के हेड थे। हालांकि घोटाले से उनके संबंध के बारे में कुछ नहीं कहा गया था। शुक्रवार को शी जिनपिंग सेना के सबसे बड़े संस्थान के वाइस चेयरमैन झांग योजिया के साथ नजर आए थे। उन्होंने कहा था कि युद्ध की तैयरियों और नई तकनीकों को लेकर और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।