जन्माष्टमी पर भगवान श्री कृष्ण के इन चमत्कारी मंत्रों का करें जाप
प्रत्येक वर्ष भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी का त्यौहार मनाया जाता है। सनातन धर्म में कृष्ण जन्माष्टमी का अत्याधिक महत्व है। मान्यता है कि इसी दिन प्रभु श्री कृष्ण तका जन्म हुआ था। प्रभु कृष्ण विष्णु जी के 8वें अवतार माने जाते हैं। जन्माष्टमी के दिन मंदिर से लेकर हर घर में कृष्ण जन्म और पूजा की विशेष तैयारी की जाती है। वही इस वर्ष 7 सितंबर को जन्माष्टमी मनाई जाएगी।इस दिन लोग प्रभु श्री कृष्ण के शक्तिशाली मंत्रों का जाप करते हैं। आइए आपको बताते हैं जन्माष्टमी के दिन किन मंत्रों का जाप करना चाहिए…
जन्माष्टमी पर करें इन खास मंत्रों का जाप
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा।
यह प्रभु श्रीकृष्ण का सबसे सरल एवं प्रभावशाली मंत्र माना जाता है। इस मंत्र का जाप करने से इसकी कृपा आप पर बनी रहती है। इस मंत्र के जाप से ईश्वर स्वयं अपने भक्त की रक्षा करते हैं।
कृं कृष्णाय नम:
इस प्रभु श्रीकृष्ण मंत्र का जाप करने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है। ऐसे समय में साधक खास मौकों पर इस मंत्र का जाप करके शुभ फल प्राप्त कर सकते हैं।
गोवल्लभाय स्वाहा
इस सरल सात अक्षरों वाले मंत्र का जाप जन्माष्टमी के मौके पर करने से साधक को पूर्ण सफलता प्राप्त होती है।
हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण, हरे हरे, हरे राम, हरे राम, राम राम, हरे हरे
यदि आप प्रभु श्री कृष्ण की भक्ति करना चाहते हैं तो आपको इस मंत्र का जाप करना चाहिए। यह भी प्रभु श्रीकृष्ण के सबसे सरल मंत्रों में से एक है।
“ॐ क्लीं कृष्णाय नमः
यह एक सामान्य मंत्र है जिसका भक्त पूरे दिन जाप करते हैं। इस मंत्र के जाप से भगवान अपने भक्तों को सफलता का आशीर्वाद देते हैं।
“ॐ नमो भगवते वासुदेवाय”
इस मंत्र का अर्थ है “मैं खुद को भगवान वासुदेव को समर्पित करता हूं” और यह सनातन धर्म में एक सामान्य मंत्र और वैष्णववाद में मुख्य मंत्र है।