लोकसभा चुनाव 2024 से पहले BJP की बढ़ेगी चिंता, हरिद्वार सीट पर पसोपेश में भाजपा
लोकसभा चुनाव 2024 में हरिद्वार सीट से संत को प्रत्याशी बनाने की दमदार पैरवी ने राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी को पसोपेश में डाल दिया है। दुविधा इस बात को लेकर है कि हरिद्वार सीट पर संत समाज के मतदाताओं की संख्या सीमित है। ऐसे में संत को टिकट देने के सियासी गुणा-भाग पर मनन-मंथन का दौर जारी है।
हरिद्वार लोकसभा में ग्यारह सीट हरिद्वार जिले और तीन सीट देहरादून जिले की है। हरिद्वार-ऋषिकेश में फैले आश्रम, मठ और मंदिरों में में करीब 15 हजार मतदाता हैं। रविवार को संपन्न हुई भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में हरिद्वार सीट पर भी चर्चा हुई। चार दिन पहले हुई एक गोपनीय बैठक में भी संत समाज के कम मतदाता होने का मुददा उठ चुका है।
कोर कमेटी में पहुंचे भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दो घंटे से अधिक चली बैठक में संगठन की मजबूती पर अधिक जोर दिया। यही नहीं लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर भी कार्यकर्ताओं की थाह ली। लोकसभा चुनाव में संत को प्रत्याशी बनाने की मांग अखाड़ों से जुड़े महामंडलेश्वरों से लेकर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रविंद्र पुरी तक कर चुके है।
1991 में पहली बार संत विधायक
नब्बे के दशक में कुंभनगरी से संत जगदीश मुनि भाजपा से विधायक चुने गए। उन्होंने कददावर नेता स्वर्गीय अंबरीष कुमार को शिकस्त दी थी। भाजपा विधायक को 48,728 वोट मिले थे। दो साल के अंतराल में फिर से हुए चुनाव में दोबारा 60 हजार मत पाकर मुनि विधायक चुने गए थे। 1996 में हुए चुनाव में भी 51 हजार वोट मिलने के बाववूद भी सपा प्रत्याशी अंबरीष कुमार से चुनाव हार गए थे।
उसके बाद वर्ष 2002 में राज्य गठन के बाद हुए पहले चुनाव में भाजपा प्रत्याशी मदन कौशिक ने अंबरीष कुमार को मात दी। जिसके बाद वह लगातार जीतते आ रहे हैं। भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने साल 2009 के लोकसभा चुनाव में जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यतींद्रानंद गिरी पर दांव खेला, लेकिन वे चुनाव हार गए। कांग्रेस के हरीश रावत ने 1.27 लाख मतों के अंतर से उन्हें हराया।
यह सीट के सामान्य होने के बाद से पहला चुनाव था। रावत एक बार ही सांसद चुने गए, उसके बाद सीट भाजपा के खाते में ही है। कांग्रेस ने भी विधानसभा से लेकर नगर निगम चुनाव में संतों को मैदान में उतारा लेकिन उनके हिस्से हार आई।
किसके कितने है वोट
मुस्लिम- 5.10 लाख
पर्वतीय- 4.50 लाख
दलित- 4.40 लाख
सैनी- 1 लाख
गुर्ज्जर और जाट- 1.50 लाख
संत- 15 हजार
अन्य – 1.75 लाख
कुल वोट 1840738
हरिद्वार से यह रहे सांसद
1977 में भगवान दास- बीएलडी (भारतीय लोक दल)
1980 में जगपाल सिंह- जनता दल (सेक्युलर)1984 में सुंदर लाल- कांग्रेस
1989 में जगपाल सिंह- कांग्रेस
1991 में राम सिंह- भाजपा
1996 में हरपाल साथी- भाजपा
1998 में हरपाल साथी- भाजपा
1999 में हरपाल साथी- भाजपा
2004 में राजेंद्र कुमार बाड़ी- सपा
2009 में हरीश रावत- कांग्रेस
2014 में डॉ. रमेश पोखियाल निशंक- भाजपा
2019 में डॉ. रमेश पोखियाल निशंक- भाजपा