बिहार: आरा में चार दिन पहले अगवा हुए कातिब की हत्या, तालाब से मिला शव
आरा, बिहार में भोजपुर जिले के आरा में टाउन थाना क्षेत्र के धनुपरा क्षेत्र से करीब चार दिनों पूर्व अगवा एक कातिब की हत्या कर शव तालाब में फेंक दिया गया।
गुरुवार को फेंका गया शव खेताड़ी मोहल्ला स्थित झाड़ीनुमा तालाब से बरामद किया गया। मृतक 50 वर्षीय सुशील कुमार श्रीवास्तव शहर के गिरजा मोड़ पकड़ी निवासी शिव कुमार लाल के पुत्र थे।
सुशील पेशे से लाइसेंसधारी कातिब थे। वह आरा रजिस्ट्री ऑफिस में काम करते थे। घटना के मूल में जमीन संबंधी पैसे के लेन-देन के विवाद में अगवा कर हत्या किए जाने की बात शुरुआती जांच में सामने आ रही है।
इसे लेकर नामजद समेत अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी कराई गई थी। एक दिन पूर्व यानि बुधवार को मुख्य आरोपित मो. अकबर ने कोर्ट में सरेंडर किया था। वह खेताड़ी मोहल्ला का निवासी है।
50 हजार रुपये को लेकर चल रहा था विवाद
इधर, मृतक के छोटे भाई प्रकाश गौरव ने बताया कि उनके बड़े भाई सुशील श्रीवास्तव ने खेताड़ी मोहल्ला निवासी मो. अकबर से जमीन रजिस्ट्री करने को लेकर 50 हजार रुपये लिए थे। लेकिन, काम कराने में थोड़ा विलंब हो गया था।
इसको लेकर उन पर पैसा लौटाने का दबाव डाला जा रहा था। इसको लेकर उन्होंने दो दिन का समय मांगा था। इस बात को लेकर विवाद चल रहा था।
छह अगस्त की शाम करीब चार बजे सुशील धनुपरा एक व्यक्ति को जमीन दिखाने गए थे। प्रकाश ने आरोप लगाया कि इस दौरान मो. अकबर ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर सुशील का अपहरण कर लिया था।
प्रकाश ने आरोप लगाया कि भाई का अपहरण करने के बाद आरोपी ने मुझे और मेरी बहन को फोन करके 50 हजार रुपये देकर भाई को ले जाने के लिए कहा था।
10 हजार रुपये लेने के बाद भी नहीं छोड़ने का आरोप
प्रकाश ने कहा कि इसके बाद तत्काल 10 हजार रुपये का इंतजाम कर आरोपियों की ओर से बताए गए स्थान पर पहुंचे थे। इस दौरान दूसरी बार फोन कर मोती टोला बुलाया गया।
उन्होंने कहा कि जब वह वहां पहुंचे तो तीन लोग मौजूद थे। दो लोगों ने भाई सुशील को कमरे में बंद कर रखा था। जबकि, एक पैसे लेने के लिए आया था।
इसके बाद उक्त व्यक्ति ने फोन पर बड़े भाई सुशील कुमार श्रीवास्तव से बात कराई। बात करने के दौरान उनके भाई ने कहा था कि 10 हजार रुपये तुम उन्हें दे दो और शेष 40 हजार रुपये का इंतजाम कर जल्दी करने की बात कही थी।
प्रकाश ने यह भी बताया कि उनके भाई सुशील ने कहा था कि यह लोग उनके साथ मारपीट व गाली-गलौज कर रहे हैं। जान से मारने की भी बात कर रहे हैं। इसके बाद प्रकाश वापस घर चले आए।
घर आने के बाद जब उन्होंने देर शाम करीब आठ बजे मो. अकबर के मोबाइल पर फोन किया तो उसने गाली-गलौज करते हुए कहा कि वह सुशील कुमार श्रीवास्तव को नहीं जानता है।
आज के बाद मोबाइल पर तुम फोन मत करना। इसके बाद आठ अगस्त को प्रकाश गौरव ने टाउन थाना में मो. अकबर के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी।