सुजीत कुमार चौधरी हत्याकांड में पुलिस का बड़ा खुलासा, दोस्त ने रची थी हत्या की साजिश, जानिए पूरा मामला
समस्तीपुर जिले के बंगरा एनएच थाना क्षेत्र में 10 जुलाई की सुबह दिनदहाड़े सिरसिया गांव में हुई सुजीत कुमार चौधरी की हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में पिस्टल के साथ वैशाली से एक शूटर को गिरफ्तार किया गया है। जबकि घटना में शामिल तीन अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी में जुटी हुई है।
एसपी विनय तिवारी ने बताया कि दस जुलाई को बंगरा थाना के राजधानी रोड में सिरसिया गांव में दलसिंहसराय थाना के मोख्तियारपुर निवासी सुजीत कुमार चौधरी की दुकान निर्माण के दौरान हत्या कर दी गयी थी। इस मामले में एसआईटी का गठन किया गया था। एसआईटी ने तकनीकी एवं स्थानीय सूचना के आधार पर वैशाली जिले के जंदाहा थाना के महिसौर के निक्की कुमार को गिरफ्तार किया। उसके पास से कांड में प्रयुक्त देसी पिस्टल, दो जिंदा कारतूस एवं कांड में प्रयुक्त मोबाइल भी बरामद की गयी। वहीं घटना में शामिल रत्नेश कुमार, विक्की कुमार एवं सूरज कुमार की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
सुजीत व रत्नेश में थी गहरी दोस्ती
एसपी ने बताया कि सुजीत हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता रत्नेश कुमार है। रत्नेश व सुजीत चौधरी के बीच गहरी दोस्ती थी। दोनों एक साथ मणिपुर के इंफाल में काम करते थे। उसी दौराना दोनों में दोस्ती हुई। दोनों अच्छे दोस्त थे, तो रत्नेश कुमार का सुजीत के घर आना जाना था। इसी क्रम में सुजीत की पत्नी के साथ भी रत्नेश की जान पहचान हुई। फिर दोनों में बातचीत होने लगी। दोनों सुजीत चौधरी से चोरी छिपे मिलने-जुलने लगे। प्यार बढ़ा तो रत्नेश उससे शादी करने की कोशिश में जुट गया, जिसका सुजीत विरोध करने लगा। दोनों के अवैध संबंध के बीच सुजीत को बाधक बनता देख रत्नेश ने हत्या करने की साजिश रची।
दो-दो लाख में तैयार किया शूटर
एसपी ने बताया कि रत्नेश ने साजिश रचने के बाद वैशाली जिला से तीन शूटरों को दो-दो लाख रुपए में तैयार किया और काम होने के बाद रुपए देने की बात कहकर बुलाया गया। फिर चारों अपराधियों ने दस जुलाई को राजधानी रोड के सिरसिया गांव में दूकान निर्माण के दौरान सुजीत के सिर में गोली मार कर हत्या कर दी।
घटना के बाद परिजन के साथ था रत्नेश
सुजीत की हत्या होने के बाद तीनों अपराधी फरार हो गये। लेकिन रत्नेश परिजन के साथ रहा, ताकि कोई उस पर शक नहीं कर सके। एसपी ने कहा कि घटना के बाद पत्नी ने शटर बनाने वाले मो. शहजादे को आरोपित किया था। कहा गया था कि शहजादे से मृतक की बाताबाती हुई थी। लेकिन अनुसंधान में कोई ठोस सबूत नहीं मिल रहा था। इसी दौरान एसआईटी ने तकनीकी सूचना एवं स्थानीय सूचना के अधार पर कुछ सुराग प्राप्त किया। फिर एसआईटी ने निक्की कुमार को गिरफ्तार किया, जिसके बाद परत दर परत इसका खुलासा हो गया।