ठाणे में अल्पसंख्यकों के खिलाफ ‘हेट स्पीच’ का मामला, कुछ लोगों ने पुलिस आयुक्त को सौंपा ज्ञापन
ठाणे, कुछ लोगों और एक संगठन ने दावा किया है कि पिछले महीने महाराष्ट्र के ठाणे जिले में हुए एक सम्मेलन के दौरान सांप्रदायिक और ”नफरत फैलाने वाले” भाषण दिए गए। जिसे लेकर पुलिस से शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की गई है।
सम्मेलन में नफरत फैलाने का आरोप
ग्रुप ने 5 मई को ठाणे पुलिस आयुक्त को सौंपे गए ज्ञापन में कहा है कि दक्षिणपंथी संगठन द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में सांप्रदायिक और नफरत फैलाने वाले भाषण दिए गए थे। कार्यक्रम में वक्ताओं के द्वारा कठोर, दक्षिणपंथी, बहिष्करणवादी विचारधारा का समर्थन करते हुए भड़काऊ भाषण देने की बात कही गई है। इसके माध्यम से एक विशेष समुदाय को निशाना बनाने को लेकर आरोप लगाए गए हैं।00:00/00:22
पुलिस आयुक्त को सौंपा ज्ञापन
ज्ञापन में कहा गया है, “हम इन भड़काने वाले भाषणों पर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं, आपसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं। इससे हमारे देश की शांति और सद्भाव बुरी तरह प्रभावित होगा।” इसमें लिखा गया है कि हमारा देश नागरिकों और नागरिक अधिकार समूहों के रूप में सद्भाव और सामाजिक शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए हम आग्रह करते हैं कि कानून के तहत पर्याप्त निवारक कार्रवाई की जाए।
वीडियो को संज्ञान में लेने का किया अनुरोध
ज्ञापन में ये भी कहा गया है कि हम 28 अप्रैल और 3 फरवरी के सुप्रीम कोर्ट के हालिया आदेश और अभद्र भाषा के मुद्दे पर अन्य आदेशों इस संगठन से जुड़े लोगों के इतिहास और राजनीति, और सांप्रदायिक रूप से विभाजनकारी मुद्दों पर भरोसा कर रहे हैं, जिसकी सकल हिंदू समाज वकालत करता है।
इस तरह की सभाएं जहां “असमानतापूर्ण, विभाजनकारी और कलंकित करने वाले शब्द” बोले जाते हैं और भीड़ को उकसाया जाता है, संविधान के तहत सभी भारतीयों को दिए गए मौलिक अधिकारों का उल्लंघन होता है और भारतीय आपराधिक कानून के प्रावधानों का उल्लंघन होता है।
ग्रुप और संगठन ने ठाणे के पुलिस प्रमुख से घटना के वीडियो को संज्ञान लेने और पहचाने गए अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की बात कही गई है।