MP: दसवीं कक्षा के विज्ञान का पेपर हुआ लीक, पांच शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज
जौरा थाना प्रभारी ओपी रावत ने बताया कि ब्लॉक शिक्षा अधिकारी की शिकायत पर जौरा पुलिस ने पांच शिक्षकों के खिलाफ मध्य प्रदेश मान्यता प्राप्त परीक्षा अधिनियम 1937 की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
कलेक्टर मुरैना अंकित अस्थाना ने कहा कि मुरैना में मुख्य आरोपी शिक्षक राकेश रावत ने प्रश्न पत्र की फोटो क्लिक कर अन्य शिक्षकों को भेज दी थी, जिन्होंने आगे इसे कोचिंग सेंटरों को उपलब्ध कराया। जौरा स्थित सेंट्रल एकेडमी परीक्षा केंद्र में पेपर लीक हो गया था और अस्थाना के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया।
“परीक्षा शुरू होने से पहले, 8.50 मिनट पर शिक्षक राकेश रावत ने पेपर का फोटो क्लिक किया था और अपने वॉट्सऐप के माध्यम से अपने जीजा को भेज दिया था। उसने जवाबों के साथ वॉट्सऐप पर पर्चियां भी भेजी थीं, जो बाद में वायरल हो गईं। पेपर लीक होने की जानकारी कलेक्टर अंकित अस्थाना को हुई तो उन्होंने शिक्षा अधिकारी के साथ तुरंत जौरा स्थित सेंट्रल एकेडमी स्कूल पहुंचकर वहां मौजूद सभी शिक्षकों के मोबाइल चेक किए। मुरैना के जिला शिक्षा अधिकारी ए.के. पाठक ने बताया कि जब उन्होंने मोबाइल की जांच की तो स्कूल के निदेशक के साथ शिक्षक राकेश रावत के मोबाइल में पेपर पाया गया और इसे वॉट्सऐप के माध्यम से अन्य लोगों को भेजा गया था।
इसके बाद कलेक्टर ने तुरंत पुलिस बुलाई और पांच शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। पुलिस ने गठजोड़ का पर्दाफाश करने के लिए जांच शुरू कर दी है।
इधर, कथित पेपर लीक को लेकर विपक्ष ने सोमवार को विधानसभा में जमकर हंगामा किया। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि बोर्ड परीक्षा पर पेपर लीक का कोई असर नहीं पड़ा है, क्योंकि परीक्षा के दौरान ही पेपर का सर्कुलेशन हो गया था।