महाराष्ट्र: गोंदिया में अवैध शिकार के आरोप में पांच अरेस्ट, जंगली जानवरों के अंग हुए बरामद
महाराष्ट्र के गोंदिया जिले में छापेमारी की गई। अवैध शिकार में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। ये छापेमारी 26 फरवरी को देवरी तहसील के नक्सल प्रभावित पलंदूर जमींदारी और मंगेजरी गांवों में की गई है। इसके लिए पुलिस और वन विभाग के कर्मियों ने एक संयुक्त अभियान चलाया था।
जानवरों के अंग हुए बरामद
इस छापेमारी में अधिकारियों ने आरोपियों के पास से जंगली जानवरों के फंदे, नाखून और अंग के साथ-साथ 21.49 लाख रुपये से अधिक नकद बरामद किए है। रेंज वन अधिकारी सचिन डोंगरवार (नवेगांवबांध) ने कहा कि अधिकारियों को एक महीने पहले मेलेनिस्टिक (काले) तेंदुए के अवैध शिकार के बारे में सूचना मिली थी।
टीम का किया गया गठन
अधिकारी ने कहा कि एक अलग टीम का गठन किया गया और पलंदूर जमींदारी और मंगझरी गांव में छापेमारी की गई। इस छापेमारी में अधिकारियों ने जंगली जानवरों के नाखून और अंग, 84,000 रुपये की देशी शराब और 21.49 लाख रुपये से अधिक नकद बरामद किया। अधिकारी ने कहा कि आरोपी के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मामला दर्ज किया गया है और और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।
हाथी का शिकार
पिछले महीने ओडिशा के मयूरभंज जिले के सिमिलिपाल नेशनल पार्क के तलबंध वन्यजीव रेंज में एक हाथी के शिकार का मामला सामने आया था। इस मामले में पुलिस ने 4 शिकारियों को गिरफ्तार किया। वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि शिकारी हाथी को मार कर उनके दांत निकाल चुके थे।
बिसोई पुलिस और सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व (एसटीआर) की संयुक्त टीम ने रगुडीडीहा और मटियाली साही इलाके समेत तीन जगहों पर छापेमारी की थी जिसके बाद इन आरोपियों की गिरफ्तारी की गई। इस कार्रवाई में 50 से अधिक वन्य और पुलिसकर्मी शामिल थे। पुलिस अवैध वन्यजीव व्यापार में शामिल अन्य गिरोहों के साथ उनके संबंधों का भी पता लगाने में जुटी हुई है।