RJD नेता ने की सीएम नीतीश से सुरेंद्र यादव को बर्खास्त करने की मांग, जानिए पूरा मामला
बिहार के राजद नेता व सहकारिता मंत्री सुरेंद्र यादव को भारतीय सेना पर विवादित बयान देना भारी पड़ रहा है। पूरे देश में उनके इस बयान की आलोचना हो रही है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने शुक्रवार को मांग की कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राजद नेता और राज्य के मंत्री सुरेंद्र यादव को सेना के जवान पर उनकी ‘आपत्तिजनक’ टिप्पणी के लिए बर्खास्त करना चाहिए।
अग्निवीरों को लेकर कही ये बात
समाचार एजेंसी एनएनआइ के मुताबिक, राजद नेता ने गुरुवार को कहा, “आज से ठीक 8.5 साल बाद, हमारी सेना को हिजड़ों की फौज के रूप में देखा जाएगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारे सेवारत जवान तब तक सेवानिवृत्त हो चुके होंगे और अग्निवीरों का प्रशिक्षण अभी भी जारी रहेगा। जो भी इस विचार के साथ आया उसको फांसी दी जानी चाहिए।”
हमारी सेना बहादुरी के लिए प्रसिद्ध
बिहार के मंत्री की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए, राय ने एएनआइ से कहा कि कैबिनेट मंत्री के रूप में सुरेंद्र यादव का बयान बेहद आपत्तिजनक है। हमारी सेना अपनी बहादुरी के लिए प्रसिद्ध है। यह एक मौजूदा मंत्री के लिए खेदजनक और अत्यधिक आपत्तिजनक है। वह कहते हैं कि हमारी सेना गुलामों की सेना में बदल जाएगी।
राष्ट्र-विरोधी चरित्र
राय ने आगे कहा कि इस तरह की मूर्खतापूर्ण और आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद भी सुरेंद्र यादव का मंत्री बने रहना नीतीश कुमार सरकार द्वारा हमारी सेना और जवानों का सीधा अपमान है। यह केवल राजद और जदयू (सत्तारूढ़ सहयोगियों) के राष्ट्र-विरोधी चरित्र को दर्शाता है।
सुरेंद्र यादव को बर्खास्त करने की मांग
नित्यानंद राय ने कहा कि नीतीश जी और तेजस्वी जी को पता होना चाहिए कि हमारी सेना हमेशा अपनी बहादुरी और बलिदान के लिए जानी जाती है। देश हमारे सशस्त्र बलों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा। मैं नीतीश जी से पूछना चाहता हूं कि क्या उनमें राष्ट्रवाद की भावना है। उनमें थोड़ी भी देशभक्ति बची है। अगर हां, तो उन्हें तुरंत इस देशद्रोही मंत्री को बर्खास्त कर देना चाहिए, जिन्होंने अपने बयान से सेना को बदनाम किया है।
आपत्तिजनक बयान के लिए निष्कासित
उन्होंने कहा कि मैं तेजस्वी यादव (राजद प्रमुख और बिहार के डिप्टी सीएम) से भी कहना चाहता हूं कि सुरेंद्र यादव उनकी पार्टी के बड़े नेता हो सकते हैं, लेकिन उन्हें सेना के खिलाफ इस तरह के आपत्तिजनक बयान के लिए निष्कासित कर दिया जाना चाहिए। राजद का चरित्र हमारे देशवासियों के साथ-साथ हमारे जवानों के सामने भी उजागर होगा।
कही थी ये बात
बता दें कि राजद नेता और राज्य मंत्री ने कहा था कि जब अग्नीवीर 25-26 साल के हो जाएंगे और शादी के प्रस्ताव आएंगे तो वे क्या कहेंगे? मैं एक सेवानिवृत्त सैनिक हूं। फिर उनसे कौन शादी करेगा? जो भी इस योजना के साथ आया, उसे फांसी दी जानी चाहिए। वह कम सजा का हकदार नहीं है।
अग्निवीरों की भर्ती
गौरतलब है कि पिछले साल 14 जून को शुरू की गई अग्निपथ योजना के तहत तीनों सेनाएं 17.5 और 21 साल के आयु वर्ग में चार साल के लिए अग्निवीरों की भर्ती करेंगी और उनमें से 25 फीसदी को अगले 15 साल तक बनाए रखने का प्रावधान है। हालांकि, 2022 में अग्निवीरों की भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा को बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया गया था।