उत्तराखंड में व्यक्ति के खाते से 99 हजार की ठगी, QR कोड स्कैन करने से पहले जरूर पढ़े ये खबर

जागरण संवाददाता, देहरादून : Cyber Crime: उत्‍तराखंड में साइबरों ठगों का जाल फैला हुआ है। आए दिन साइबर ठगी की कई घटना सामने आती हैं। एक ऐसा ही मामला देहरादून में सामने आया है। जिसे पढ़ने के बाद क्‍यों आर कोड से पेमेंट करते वक्‍त हजार बार सोचेंगे।

पुरानी वाशिंग मशीन को ऑनलाइन बेचने के चक्कर में साइबर ठगों ने एक व्यक्ति के खाते से 99 हजार रुपये उड़ा लिए। वहीं दूसरी ओर एक युवती को गूगल से एसबीआइ कस्टमर केयर का नंबर लेना महंगा पड़ा। वह 49 हजार रुपये की साइबर ठगी का शिकार हो गई।

ऑनलाइन पेमेंट के लिए उनके मोबाइल पर एक बार कोड भेजा

अक्षत कपूर निवासी सुभाषनगर ने क्लेमेनटाउन थाने में दी गई में बताया कि उन्होंने ऑनलाइन पोर्टल ओएलएक्स पर वाशिंग मशीन बिक्री के लिए पोस्ट डाली थी। उनके फोन पर बीते 18 जनवरी को एक काल आई, काल करने वाले ने फोन पर मशीन खरीदने की डील की।

उसने ऑनलाइन पेमेंट के लिए उनके मोबाइल पर एक बार कोड भेजा। जब उन्होंने इस कोड को स्कैन किया तो उनके खाते से अलग-अलग टांजेक्शन से 99 हजार रुपये कट गए।

थानाध्यक्ष कुलवंत सिंह ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दूसरी ओर दिव्या चौहान निवासी भागीरथीपुरम, बंजारावाला ने बताया कि उन्होंने ई कामर्स साइट अमेजन से कपड़े सुखाने का स्टैंड ऑनलाइन खरीदा। स्टेंड खराब था उन्होंने वापस कर दिया। इसका रिफंड उनके खाते में वापस नहीं आया।

रिफंड के लिए बैंक में संपर्क करने को कहा

उन्होंने अमेजन कंपनी में संपर्क किया तो रिफंड के लिए बैंक में संपर्क करने को कहा गया। पीड़ित ने नेट पर एसबीआइ कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया। इस दौरान एक व्यक्ति से बात हुई। समस्या बताई तो उसने खाते में रिफंड भेजने का भरोसा दिलाया। इसके लिए उसने पीड़िता से उनके व उनकी सास के बैंक खाते की डिटेल ले ली।

रिफंड के बजाए बैंक खाते से 49 हजार रुपये कट गए

इसके बाद उनके मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा। पीड़िता ने झांसे में आकर ओटीपी भी बता दिया। इसके बाद रिफंड वापस आने के बजाए सास व बहू के बैंक खाते से 49 हजार रुपये कट गए। इंस्पेक्टर पटेलनगर कोतवाली सूर्यभूषण सिंह नेगी ने बताया कि महिला की तहरीर पर अज्ञात ठगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच की जा रही है।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker