जोशीमठ में दो होटलों कारण बढ़ी परेशानी, 24 घंटे में एक-दूसरे की तरफ और झुके
भूधंसाव का दंश झेल रह जोशीमठ में दो और होटल स्नो क्रिस्ट व कामेट लाज चिंता बढ़ा रहे हैं। रविवार को प्रशासन की टीम ने केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआइ) के विज्ञानियों व अन्य विशेषज्ञों के साथ इन होटलों का निरीक्षण किया।
होटलों के भविष्य को लेकर क्या निर्णय लिया गया है, इस बारे में टीम ने कुछ नहीं बताया। इस बीच बीते 24 घंटे में दोनों होटल एक-दूसरे की तरफ और झुके हैं। होटलों में दरारों की संख्या और चौड़ाई भी बढ़ी है।
निरंतर बढ़ रहा आपदाग्रस्त क्षेत्र का दायरा
जोशीमठ में आपदाग्रस्त क्षेत्र का दायरा निरंतर बढ़ रहा है। बदरीनाथ हाईवे पर स्थित होटल कामेट लाज व स्नो क्रिस्ट भी दरारें आने और झुकने से खतरे की जद में आ गए हैं। अगल-बगल बने इन चार मंजिला होटलों को संचालकों ने खाली कर दिया है।
संचालकों का कहना है कि दोनों होटलों के झुकने का सिलसिला नौ जनवरी को शुरू हुआ था। जब ये होटल बनकर खड़े हुए, तब इनकी छत में करीब दो फीट का फासला था। अब भूधंसाव के कारण इनकी छत एक-दूसरे को छूने लगी है। विशेषज्ञों की टीम ने होटलों में आई दरारों के साथ झुकाव का निरीक्षण कर निशान आदि लगाए हैं।
होटलों से निकाली गई रेलिंग
सीबीआरआइ के विज्ञानियों और लोनिवि के इंजीनियरों की देखरेख में होटल माउंट व्यू व मलारी इन को विघटित करने की प्रक्रिया जारी है। अब होटलों की सबसे ऊपरी मंजिल से स्ट्रक्चर वाला हिस्सा हटाया जा रहा है। रविवार को रेलिंग को छोटे-छोटे हिस्सों में काट कर निकाला गया।
जल्द ही इस हिस्से में दीवारों को कटर से काटकर अलग किया जाएगा और अंत में कालम व बीम को डिस्मेंटल किया जाएगा। होटलों में ऊपर की दो मंजिलों से खिड़की, दरवाजों, चौखट आदि को विघटित करने का काम शनिवार को पूरा हो गया था। छतों से टंकी, टिन शेड आदि पहले ही हटाए जा चुके हैं।
249.27 लाख रुपये की धनराशि प्रभावित परिवारों में वितरित
आपदा प्रभावित 336 प्रभावितों को जिला प्रशासन की ओर से अब तक 249.27 लाख रुपये की धनराशि वितरित की जा चुकी है। प्रति परिवार 1.5 लाख रुपये की त्वरित सहायता दी जा रही है।
जोशीमठ नगर क्षेत्र के नौ वार्डों में 826 भवन भूधंसाव से प्रभावित हुए है। जिनमें दरारें मिली है। इसमें से 165 भवन ऐसे हैं, जिनको असुरक्षित जोन के अंतर्गत रखा गया है।
सुरक्षा की दृष्टि से अब तक 233 परिवारों के 798 व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी रूप से विस्थापित किया गया है। अस्थायी राहत शिविरों के रूप में 83 स्थानों में 615 कक्षों का चिह्निकरण किया गया है। जिसमें 2190 व्यक्तियों को ठहराया जा सकता है।
वहीं, नगर पालिका क्षेत्र जोशीमठ के बाहर पीपलकोटी में अस्थायी राहत शिविरों के रूप में 20 भवनों के 491 कमरों को चयनित किया गया है जिसमें कुल 2205 लोगों को ठहराया जा सकेगा।
अबतक प्रभावितों को 233 खाद्यान किट, 324 कंबल व 806 लीटर दूध, 55 हीटर, ब्लोवर, 36 डेली यूज किट, 489 अन्य सामग्री का वितरण राहत सामग्री के रूप में किया जा चुका है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम निरंतर राहत शिविरों में रह रहे प्रभावितों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रही है। जिसके तहत 565 से अधिक लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है।