अखिलेश-डिंपल की चाचा शिवपाल से मुलाकात पर नेताजी के समधी हरिओम यादव ने कही ये बड़ी बात
लंबे अरसे के बाद राजनैतिक दृष्टि से चाचा से पत्नी डिंपल (Dimple Yadav) संग अखिलेश यादव की मुलाकात के बाद ये कयास लगाए जा रहे थे कि अब सबकुछ ठीक हो गया है. इस मुलाकात के बाद शिवपाल यादव के इमोशनल ट्वीट ने इस चर्चा को हवा दे दी. इसी बीच सपा संस्थापक नेता जी और शिवपाल यादव के समधी हरिओम यादव ने कहा कि राजनैतिक दृष्टि से चाचा का आशीर्वाद डिंपल पर नहीं है.
पत्रकारों से बातचीत में बीजेपी नेता हरिओम यादव ने कहा- जसवंतनगर का इस बार मिजाज बदला हुआ है. इस बार भारतीय जनता पार्टी बढ़त बनाकर जीतेगी. परिवार के नाते चाचा शिवपाल का हमेशा परिवार के लिए आशीर्वाद रहता है, लेकिन राजनैतिक दृष्टि से चाचा का आशीर्वाद डिंपल पर नहीं है.
हरिओम यादव ने आगे कहा- चाचा शिवपाल का बहुत अपमान हुआ है. समाजवादी पार्टी बनाने में नेताजी के साथ ही शिवपाल सिंह का भी योगदान है. शिवपाल सिंह को अलग-थलग कर दिया है. परिवार के नाते शिवपाल कह रहे हैं, लेकिन उनकी आत्मा से पूछिए. पत्रकारों ने सवाल करते हुए पूछा कि ट्वीट वाली तस्वीर में तो अखिलेश यादव के साथ शिवपाल सिंह हैं. इस पर हरिओम यादव ने कहा-नेता जी के निधन पर तेरह दिन अखिलेश के साथ शिवपाल सिंह रहे, फिर भी कोई बातचीत आपस में नहीं हुई थी.
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बीजेपी नेता हरिओम यादव ने कहा- शिवपाल सिंह को अलग-थलग कर दिया है. परिवार के नाते शिवपाल कह रहे हैं, लेकिन उनकी आत्मा से पूछिए. शिवपाल सिंह के ट्वीट पर हरिओम यादव ने कहा है कि परिवार को सींचेंगे, लेकिन सपा को नहीं सीचेंगे. जब सवाल पूछा गया कि शिवपाल सिंह ने तो अपने समर्थकों से डिंपल को वोट करने के लिए कहा है, इस पर हरिओम यादव बोले- कहने और करने में बहुत फर्क होता है.
गौरतलब है कि हरिओम यादव सिरसागंज विधानसभा क्षेत्र से साल 2012 और 2017 में एसपी के टिकट पर विधायक चुने गए थे. वहीं, 2022 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले वे सपा को छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए. बीजेपी के टिकट पर सिरसांगज सीट से लड़े, लेकिन एसपी के सर्वेश यादव से उन्हें हार का सामना करना पड़ा.