4 नवंबर को है तुलसी विवाह देवउठनी एकादशी
इस सप्ताह व्रत और त्योहारों की भरमार है। कल 2 नवंबर की आंवला नवमी है और 4 नवंबर को देवोत्थान एकादशी, तुलसी विवाहोत्सव है। इसके बाद कार्तिक पूर्णिमा 7 नवंबर को है, इस दिन देव दीपावली भी है और चंद्र ग्रहण भी लग रहा है:
01 नवंबर (मंगलवार) कार्तिक शुक्ल अष्टमी रात्रि 11 बजकर 05 मिनट तक उपरांत नवमी। गोपाष्टमी।
02 नवंबर (बुधवार) कार्तिक शुक्ल नवमी रात्रि 09 बजकर 10 मिनट तक पश्चात दशमी। पंचक प्रारंभ मध्याह्न 02 बजकर 16 मिनट से। अक्षय (आंवला) नवमी, त्रेता युगादि (मतांतर से)
03 नवंबर (गुरुवार) कार्तिक शुक्ल दशमी सायं 07 बजकर 31 मिनट तक उपरांत एकादशी। पंचक।
04 नवंबर (शुक्रवार) कार्तिक शुक्ल एकादशी सायं 06 बजकर 09 मिनट तक पश्चात द्वादशी। पंचक। देवोत्थान एकादशी, तुलसी विवाहोत्सव।
05 नवंबर (शनिवार) कार्तिक शुक्ल द्वादशी सायं 05 बजकर 08 मिनट तक पश्चात त्रयोदशी। पंचक। कालिदास जयंती।
06 नवंबर (रविवार) कार्तिक शुक्ल त्रयोदशी सायं 04 बजकर 29 मिनट पश्चात चतुर्दशी,पंचक समाप्त।
07 नवंबर (सोमवार) कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी सायं 04 बजकर 17 मिनट पश्चात पूर्णिमा। पुष्कर मेला।