सूर्य देव को जल चढ़ाते समय इन बातों का रखें ध्यान, मिलेगा दोगुना लाभ
हिंदू धर्म में सभी देवताओं का अपना स्थान और महत्व है. सभी देवताओं के दिन और उनकी पूजा-विधि भी अलग-अलग होती है. इसी तरह रविवार का दिन भगवान सूर्य देव का माना जाता है. सूर्य देव की नियमित पूजा करने से उनकी कृपा हमेशा बनी रहती है. सूर्य को जल अर्पित करने से तेज और सकारात्मक शक्ति प्राप्त होती है. परंतु सूर्य देव को जल चढ़ाते समय कुछ बातों को ध्यान में रखने से लाभ दोगुना हो जाता है. पंडित इंद्रमणि घनस्याल बताते हैं कि भगवान सूर्य देव की पूजा, जल अर्पित करने से बल, बुद्धि, ज्ञान, तेज और पराक्रम की प्राप्ति होती है. आइये जानते हैं कि सूर्य देव को जल चढ़ाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
सूर्य देव की पूजा करने के लाभ
हिंदू धर्म के अनुसार, अगर कुंडली में सूर्य कमजोर है तो उसे नियमित रूप से सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए. यदि बार-बार प्रयास के बाद भी सफलता नहीं मिल रही हो तो सूर्य देव की पूजा करने के साथ ही जल अर्पित करना शुभ होता है.
इन बातों का रखें ध्यान
ज्योतिषियों के अनुसार, सूर्य को जल अर्पित करते समय कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए. सूर्य देव को हमेशा तांबे के लोटे में ही जल चढ़ाना चाहिए. पानी में फूल, कुमकुम और अक्षत डालना शुभ माना जाता है. मुंह हमेशा पूर्व दिशा में होना चाहिए. ध्यान रखें कि सूर्य को जल चढ़ाते समय जूते-चप्पल नहीं पहनना चाहिए. सूर्य को जल अर्पित करते समय गिरती धार में सूर्य देव की किरणों को देखना शुभ माना जाता है.