इंदौर में अनंत चतुर्दशी की धूम, किसी ने दिखाए करतब, किसी ने गाए भजन
इंदौर : यहां अनंत चतुर्दशी के दिन झांकियां निकालने की परंपरा 100 साल पुरानी है. इसिलए इसे लेकर लोगों का जोश देखने लायक होता है. लोग पारंपरिक वेशूभूषा में बाहर निकलते हैं और झांकियों के साथ-साथ कई किमी चलते हैं. कई अखाड़े अपने-अपने करतब दिखाकर लोगों का मनोरंजन करते हैं. इस बार की झांकियों के लिए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे. सभी जगह सीसीटीवी के साथ-साथ वॉच टावर से नजर रखी गई.
हर साल की तरह इस बार भी खजराना गणेश मंदिर, इंदौर विकास प्राधिकरण, नगर निगम, होप टेक्सटाइल (भण्डारी मिल), कल्याण मिल, मालवा मिल, हुकुमचंद मिल, स्वदेशी मिल, राजकुमार मिल, स्पूतनिक ट्यूटोरियल एकेडमी, जय हरसिद्धि मां सेवा समिति, श्री शास्त्री कार्नर नवयुवक मंडल की झांकियां निकलीं.
जिला प्रशासन ने इस दौरान कई मार्ग बंद कर दिए थे. झांकी मार्ग पर फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस तैनात थी. झांकी में हाथी-ऊंट पूरी तरह प्रतिबंधित थे. किसी भी तरह के खतरनाक प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी गई. साथ ही, झांकी मार्ग पर पटाखों और विस्फोटक पदार्थों का उपयोग पूरी तरह प्रतिबंधित था.
गौरतलब है कि इंदौर में झांकियां निकालने की परंपरा 1924 में मिलों से शुरू हुई. सर सेठ हुकमचंद की हुकमचंद मिल ने सबसे पहली झांकी निकाली थी. समय के साथ कई मिलें इसका हिस्सा बनीं. मिलें बंद हुईं तो इस परंपरा के बंद होने की बात भी चली, लेकिन फिर नगर निगम, आईडीए के अतिरिक्त कई धार्मिक व सामाजिक संगठनों ने भी झांकी निकालना शुरू कर दिया.
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी झांकी में शामिल हुए. उन्होंने अपने चित-परिचित अंदाज में गाने गाए. बता दें, शहर के विभिन्न हिस्सों से झांकियां चलकर चिकमंगलूर चौराहा पर एकत्रित हुईं. उसके बाद झांकियां चिकमंगलूर चौराहा से जेल रोड चौराहा, एमजी रोड चौराहा, मृगनयनी, फ्रूट मार्केट, नंदलालपुरा, जवाहर मार्ग, नरसिंह बाजार, क्लॉथ मार्केट, खजूरी बाजार से राजवाड़ा से मृगनयनी, नगर निगम होते हुए निकलीं.