पिथौरागढ़ के इस मंदिर में है एक ‘चमत्कारी’ पत्थर, जिसे उठाने पर मिलता है देवताओं का आशीर्वाद
पिथौरागढ़ : उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में स्थित मोस्टमानू मंदिर में एक ऐसा पत्थर जिसे हर कोई नहीं उठा सकता, जी हां यहां एक ऐसा पत्थर है जो ‘चमत्कारी’ माना जाता है, ऐसी मान्यता है कि जो इस पत्थर को उठा लेता है उस पर मोष्टा देवता की कृपा बनी रहती है. सिर्फ सच्ची श्रद्धा वाले लोग ही इस पत्थर को उठा सकते हैं, यह बात साबित भी हुई है, यहां बड़े से बड़े कद काठी वाले वेट लिफ्टर भी इस पत्थर को नहीं उठा पाते जबकि कोई सामान्य व्यक्ति इसे बड़ी आसानी से उठा लेता है. मोस्टमानू मेला पूरे 3 दिन तक चला जिसमें हजारों लोग शिरकत करने पहुंचे और हजारों लोगों ने इस पत्थर को उठाने का प्रयास किया लेकिन 100 में से 10 से कम ही लोग इस पत्थर को उठा पाए.
आपको बता दें कि मोस्टमानू मंदिर पिथौरागढ़ मुख्यालय से 9 किलोमीटर की दूरी पर चंडाक रोड में है, यहां आने वाले पर्यटकों के बीच यह पत्थर चर्चा का विषय बना हुआ है, स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पत्थर यहां सदियों से है जिसे उठाने वाले पर मोष्टा देवता प्रसन्न होते है और उन पर कृपादृष्टि बनी रहती है.
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यह पत्थर मंदिर के प्रांगण में ही रखा गया है जिसे यहां आने वाले सभी श्रद्धालु उठाने का प्रयास करते है.
मोस्टामानू मंदिर पिथौरागढ़ के दिव्य स्थलों में से है, जहां पहुंचते ही मन को असीम शांति मिलती है.
चारों ओर से पर्वत शिखरों, चौड़ी-चौड़ी घाटियों से घिरे इस मंदिर से पूरे सोरघाटी के दर्शन होते हैं.