कलेक्टर को निर्मला सीतारमण की फटकार,तेलंगाना मंत्री KTR बोले-‘मैं उनके बर्ताव से स्तब्ध हूं’
हैदराबादः तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा कामारेड्डी के कलेक्टर को फटकार लगाए जाने पर हैरानी जताई. उन्होंने कहा कि उच्च पदों पर आसीन लोगों का ऐसा बर्ताव अखिल भारतीय सेवा के मेहनती अधिकारियों का मनोबल गिराएगा. केटीआर ने शुक्रवार रात ट्वीट किया, ‘मैं कामारेड्डी के जिला मजिस्ट्रेट के साथ वित्त मंत्री सीतारमण के बुरे बर्ताव से स्तब्ध हूं.’ उन्होंने कहा, ‘सड़कों पर यह राजनीतिक तमाशा कठिन भारतीय प्रशासनिक सेवा के परिश्रमी अधिकारियों का केवल मनोबल गिराएगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी जितेश वी. पाटिल के गरिमापूर्ण व्यवहार पर उन्हें मेरी तरफ से शुभकमानाएं.’
Shocked at the petty behavior of Union Minister @nsitharaman Ji on Kamareddy District Collector. She lecturing the District Collector on Union Government funds Vs State Government funds in front of a ration (PDS) shop is unprecedented in Indian history!
— Konatham Dileep (@KonathamDileep) September 2, 2022
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गौरतलब है कि बिरकूर में राशन की एक दुकान के निरीक्षण के दौरान केंद्रीय मंत्री ने जिलाधिकारी जितेश वी. पाटिल से कुछ सवाल किए थे. उनके जवाब नहीं दे पाने पर केंद्रीय मंत्री ने उन्हें फटकार लगाई थी. वित्त मंत्री ने जिलाधिकारी से पूछा था कि पीडीएस के माध्यम से आपूर्ति किए जाने वाले चावल में केंद्र और राज्य का हिस्सा कितना है? वह जवाब नहीं दे पाए थे. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ‘लोकसभा प्रवास योजना’ के तहत ज़हीराबाद संसदीय क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने वाली सीतारमण ने जिलाधिकारी से यह भी पूछा कि बिरकुर में उचित मूल्य की दुकान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर क्यों गायब है? जब कामारेड्डी जिलाधिकारी वित्त मंत्री के सवाल का जवाब नहीं दे सके, तो उन्होंने अगले 30 मिनट में जवाब देने को कहा.
उन्होंने जिलाधिकारी से पूछा, जो चावल खुले बाजार में 35 रुपये में बिक रहा है, वह यहां एक रुपये में लोगों को बांटा जा रहा है. इसमें राज्य सरकार का कितना हिस्सा है? वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र साजो.सामान और भंडारण सहित सभी लागत को वहन करते हुए सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) की दुकानों में चावल की आपूर्ति कर रहा है, और यह जवाब पाने की कोशिश कर रहा है कि मुफ्त चावल लोगों तक पहुंच रहा है या नहीं. सीतारमण ने कहा कि केंद्र लगभग 30 रुपये देता है और राज्य सरकार 4 रुपये देती है, जबकि लाभार्थियों से एक रुपया वसूला जाता है. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि मार्च.अप्रैल 2020 से राज्य सरकार और लाभार्थियों के किसी भी योगदान के बिना केंद्र 30 रुपये से 35 रुपये की कीमत पर मुफ्त चावल उपलब्ध करा रहा है.
इस बीच, केंद्रीय वित्त मंत्री की टिप्पणियों की निंदा करते हुए तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री टी. हरीश राव ने कहा कि सरकारी राशन की दुकानों में प्रधानमंत्री की तस्वीर रखने के लिए कहना अनुचित है. उनके अनुसार, केंद्र राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत केवल 50 से 55 प्रतिशत कार्डधारकों को प्रति माह 3 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से 10 किलोग्राम चावल की आपूर्ति करता है और शेष 45-50 प्रतिशत कार्डधारकों के लिए तेलंगाना सरकार अपने खर्च से आपूर्ति करती है. राव ने कहा, ‘यह हासयास्पद है. वह जो बात कर रही हैं उससे प्रधानमंत्री का दर्जा गिरता है. वह ऐसे बात कर रही थीं जैसे सारा चावल केंद्र द्वारा दिया जा रहा है.’