इमरान खान ने महिला जज के विरूद्ध अपनी टिप्पणी वापस लेने की जताई इच्छा
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानंमत्री इमरान खान ने एक महिला न्यायाधीश के विरूद्ध अपना विवादास्पद बयान वापस लेने की इच्छा जताई है लेकिन उन्होंने माफी मांगने से इनकार कर दिया है. इसी माह के प्रारंभ में एक रैली के दौरान PTI नेता ने राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किये गये अपने सहयोगी शहजाब गिल के साथ किये गये बर्ताव को लेकर पुलिस अधिकारियों, चुनाव आयोग एवं राजनीतिक विरोधियों के विरूद्ध मामला दर्ज कराने की धमकी थी. साथ ही उन्होंने अतिरक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश जेबा चौधरी पर भी ऐतराज जताया जिन्होंने गिल को दो दिनों के लिए इस्लामाबाद पुलिस की हिरासत में भेजा था.
इस भाषण के बाद खान पर आतंकवाद निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया. इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने खान के विरूद्ध अदालत की अवमानना कार्यवाही भी शुरू की. उच्च न्यायालय को अपने लिखित जवाब में खान ने दावा किया कि टिप्पणी करने के समय उन्हें पता नहीं था कि चौधरी न्यायिक अधिकारी हैं, उन्हें लगा था कि वह कार्यकारी मजिस्ट्रेट हैं. उन्होंने कहा कि वह विनम्रता के साथ कहते हैं कि उनके द्वारा इस्तेमाल किये गये शब्द अनपयुक्त हैं और वह उसे वापस लेने को तैयार हैं.
पाकिस्तान बाढ़: सब्जियों के दाम आसमान पर पहुंचे,भारत से खरीदा जाएगा टमाटर,प्याज
क्या है मामलाृ
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में एक विशाल रैली में पुलिस और एक न्यायिक अधिकारी पर हमला करने और अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश को धमकाने के आरोपों में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर आतंकवाद विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है. 20 अगस्त को इस्लामाबाद में भाषण के दौरान अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश जेबा चौधरी को अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने और धमकी देने के आरोप में इमरान खान के खिलाफ आतंकवाद का मामला दर्ज किया गया था. उनपर इंस्पेक्टर जनरल इस्लामाबाद पुलिस, डिप्टी आईजी इस्लामाबाद पुलिस को भी धमकाने का आरोप है.
PTI ने गिरफ्तारी पर चेताया
इमरान खान की गिरफ्तारी पर चेतावनी देते हुए PTI ने कहा कि इमरान खान उनकी पार्टी की रेड लाइन है. उन्हें गिरफ्तार करने पर सरकार को बेहद गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी PTI पहले ही दे चुकी है. सरकार ने इमरान खान के भाषणों पर भी रोक लगाई हुई है. TV चैनल सहित यूट्यूब पर भी इमरान के भाषण का सीधा प्रसारण नहीं हो रहा है.