मसूरी के केम्प्टी फॉल से जुड़ी हैं ये अमेजिंग बातें

मसूरी का केम्प्टी फॉल काफी फेमस है, यहां वीकेंड पर खूब पर्यटक पहुंचते हैं। पानी की दूधिया धाराओं के लिए इस जगह को जाना जाता है, केम्प्टी फॉल को एक ब्रिटिश अधिकारी द्वारा चाय पार्टियों के आयोजन के लिए एक जगह के रूप में विकसित किया गया था।

मसूरी की घाटियों से घिरे 4500 फीट की ऊंचाई पर, केम्प्टी फॉल्स दिन के दौरे या पिकनिक के लिए एक पसंदीदा जगह है। यहां जानिए इस जगह से जुड़ी बातें। हरी-भरी पहाड़ियों और धुंध भरे बादलों से घिरा ये झरना दिखने में बेहद खूबसूरत है।

यह ‘बंगलो की कंडी’ गांव के दक्षिण-पश्चिम से शुरू होकर उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ता है, जहां यह 4,500 फीट से गिरता है। रिपोर्ट्स और स्थानीय लोगों की मानें तो एक ब्रिटिश अधिकारी, जॉन मेकिनन ने 1835 में केम्प्टी फॉल को एक फेमस पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया।

इस जगह पर लोग कैंप का मजा लेते थे और चाय पार्टी करते थे और फॉल के खूबसूरत नजारे को एंजॉय करते थे। कहा जाता है कि इस जगह का नाम इसलिए ‘कैम्प-टी-फॉल’ रखा गया था। बाद में स्पेलिंग में ‘सी’ की जगह ‘के’ हो गया।    

केम्प्टी फॉल्स ‘द क्वीन ऑफ हिल्स’ मसूरी में एक फेमस पर्यटन स्थल है। यह स्थानीय लोगों और पर्यटकों के पसंदीदा हैंगआउट स्थानों में से एक है। गर्मी और बारिश के मौसम में लोग यहां खूब पहुंचते हैं। यहां पर आप रास्ते में स्थित छोटी दुकानों से गिफ्ट खरीद सकते हैं।

यहां पर चंकी गहने, पुस्तकें, ऊनी कपड़े, लकड़ी का सामान और कई तरह की चीजें मिलती हैं। आप फॉल के सामने बैठ कर पहाड़ी मैगी का मजा भी ले सकते हैं। 

केम्प्टी फॉल मसूरी से 15 किमी दूर यमुनोत्री रोड पर स्थित है। मसूरी का यह प्रसिद्ध पर्यटन स्थल देहरादून से लगभग 45 किमी दूर दून घाटी के पास है। मसूरी के टाउन सेंटर से 30 मिनट की ड्राइव पर आप यहां पहुंच सकते हैं। यहां टैक्सी से आसानी से पहुंचा जा सकता है।

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