वीडियो वायरल होने के बाद उत्तराखंड सरकार के घसियारी कल्याण के दावों पर सवाल उठे,होगी जांच
दिल्लीः चमोली ज़िले में एक ग्रामीण घसियारी महिला के साथ जवानों द्वारा अभद्रता किए जाने का मामला तूल पकड़ता दिख रहा है. एक तरफ इस मामले में 24 जुलाई को स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ ही नैनीताल हाईकार्ट के वकील भी एक बड़ी रैली निकालने जा रहे हैं, तो वहीं मौके की नज़ाकत को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अब इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं. गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार को इस पूरे मामले की जांच कर जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए गए हैं.
15 जुलाई को चमोली के हेलंग में घसियारी महिला के साथ हुई अभद्रता के मामले में 24 जुलाई को एक विशाल जनाक्रोश रैली में उत्तराखंड के राज्य आंदोलनकारियों के साथ साथ नैनीताल हाईकोर्ट के अधिवक्ता भी शामिल हो सकते हैं. असल में हेलंग के पास एक महिला मंदोदरी देवी के साथ पुलिस के जवानों और जल विद्युत परियोजनाओं की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ के जवानों द्वारा अभद्रता किए जाने का एक वीडियो वायरल होने के बाद से यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है.
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में नज़र आ रहा है कि प्रोजेक्ट की साइट पर तैनात महिला व पुरुष पुलिसकर्मियों ने इस महिला के साथ अभद्र बर्ताव किया. पुलिस और प्रशासन ने इस पूरे मामले में कहा था कि महिला सड़क से नीचे कूदने की कोशिश कर रही थी और बार.बार आत्महत्या करने की धमकी दे रही थी इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से महिला को रोकने की कोशिश की गई.
यह वीडियो सुदूर चमोली से आया है। जहां एनटीपीसी के सुरक्षाकर्मी जंगल से घास लेकर जा रही महिलाओं से घास छीन रही हैं। यह सरकार की घस्यारी कल्याण योजना की हकीकत भी है। सरकार चाहती है कि बेटी ब्वारी अपने बण जंगल से घास न काटे बल्कि सरकार की दुकानों से इसे खरीदें
— उत्तराखंड डायलॉग (@UK_dialogue) July 17, 2022
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