मध्य प्रदेश :  जल्द सरकार तय करेगी पेस्टिसाइड की कीमत

दिल्लीः मध्य प्रदेश में जल्द पेस्टिसाइड की कीमत तय की जाएगी. इसको लेकर कृषि मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. दरअसल पेस्टिसाइड के रेट तय नहीं होने के कारण किसानों को मनमाने दाम पर खरीदारी करना पड़ रही है. ऐसे में कृषि मंत्री ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि पेस्टिसाइड की कीमत मार्कफेड तय करता है. मैंने मार्कफेड के एमडी को निर्देशित किया है. इसके जल्दी टेंडर कराए जाएंगे. पेस्टिसाइड पुराने रेट पर ही अभी मिल रहा है. इसलिए किसानों को कोई नुकसान नहीं है. नए रेट आएंगे तो बढ़ के आयेंगे.

पिछले 5 साल से पेस्टिसाइड के रेट तय नहीं होने के कारण एमपी में ‘खाद माफिया’ का दबदबा बताया जा रहा है. सरकार सालों बाद भी पेस्टीसाइड की कीमत तय नहीं कर पाई है. पांच साल बाद हाल ही में पेस्टीसाइड-केमिकल की दरें तय करने निकाला गया टेंडर 24 घंटे में निरस्त किया गया था.

फसलों में डालने वाली अलग–अलग तरह की कीटनाशक दवाओं के केमिकल का रेट तय नहीं होने के कारण खाद माफिया इन्हें मनमाने दामों पर किसानों को बेचते है. सालों बाद भी कृषि विभाग इनके दामों को तय नहीं कर पाया है. विभाग और नेताओं की शॉर्टकट की वजह से मध्य प्रदेश में खाद माफियाओं का दबदबा है. किसान हितेषी सरकार किसानों के लिए सालों से अभी तक पेस्टिसाइड का रेट तय नहीं कर पाई है.

अब इस मामले को लेकर सियासत शुरू हो गई है. बीजेपी सरकार का बचाव कर रही है तो कांग्रेस सरकार की नीति और रीतियों पर सवाल खड़े कर रही है. कांग्रेस मीडिया प्रभारी केके मिश्रा का कहना है कि सरकार को जल्द ही कीमतों का निर्धारण कर देना चाहिए. कीमतों का निर्धारण नहीं होने से किसानों के साथ लूटपाट की जा रही है . व्यापारी वर्ग मुनाफाखोरी की वजह से किसानों को मनमाने दाम पर कीटनाशक और दूसरे केमिकल भेज रहा है.

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