बिहार में उदयपुर जैसा कांड! सीतामढ़ी में नुपुर शर्मा का वीडियो देख रहे लड़के को चाकूओं से गोदा
बिहार के सीतामढ़ी जिले में उदयपुर दर्जी जैसा मामला सामने आया हैं। कहा जा रहा है सीतामढ़ी में एक युवक निलंबित भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा का वीडियो देख रहा था तभी एक समूह ने आकर उसपर चाकूओं से हमला कर दिया। इस घटना में युवक गंभीर रूप से घायल हो गया हैं। परिजनों को जब इस घटना के बारे में पता चला तो उन्होंने घायल युवक को अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उसका इलाज चल रहा हैं। शुरूआत में पुलिस ने इस मामले से नुपुर शर्मा का नाम हटा दिया और कहा कि यह आपसी विवाद की घटना है लेकिन बाद में घायल युवक ने अपने बयान में कहा कि ये हमला उसपर इस लिए किया गया क्योंकि वह नुपुर शर्मा का वीडिया देख रहा था तभी उसपर पीछे से मुस्लिम लड़कों ने हमला कर दिया। नूपुर शर्मा की पैगंबर मुहम्मद पर की गयी टिप्पणी को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया था। टिप्पणी से नाराज कुछ आतंकी समूहों से ताल्लुक रखने वाले लोगों ने उदयपुर में बेरहमी से एक दर्जी की सरेआम हत्या कर दी थी।
सीतामढ़ी मामले में बिहार पुलिस ने हालांकि दावा किया कि चार दिन पहले हुआ हमला निजी दुश्मनी से प्रेरित था। मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी लेकिन इसमें नूपुर शर्मा का कोई जिक्र नहीं है। पुलिस ने कहा कि मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि दो अन्य फरार हैं। पीड़ित की पहचान बहेरा गांव के अंकित झा के रूप में हुई है, जिसका वर्तमान में दरभंगा के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसकी हालत नाजुक बताई गई है।
अपने बयान में अंकित झा ने दावा किया कि वह पान की दुकान पर अपने मोबाइल फोन पर नूपुर शर्मा का वीडियो देख रहा था, तभी मोहम्मद बिलाल नाम के चार लोग उसके पास आए। झा ने कहा कि वे नाराज हो गए क्योंकि वह भाजपा नेता का वीडियो देख रहे थे। चाकू से कमर पर छह बार वार करने से पहले उन्होंने उसके साथ दुर्व्यवहार किया।
उधर, डीएसपी विनोद कुमार ने बताया कि पान की दुकान पर दो दोस्त पान खा रहे थे तभी दुकान पर बिकने वाली भांग को लेकर उनके बीच कहासुनी हो गयी। इससे मारपीट हो गई। अंकित झा के परिवार ने आरोप लगाया कि नुपुर शर्मा के वीडियो को लेकर उन पर हमला किया गया, लेकिन पुलिस ने उन पर शिकायत से भाजपा नेता का नाम हटाने का दबाव बनाया। उसके पिता मनोज झा ने बताया कि मामले में मोहम्मद बिलाल के अलावा पांच और लोगों को आरोपी बनाया गया है।
मनोज झा ने कहा कि मेरे बेटे को छह बार चाकू मारा गया था, हम उसे अस्पताल ले गए। वे हमलावर एक समुदाय (मुस्लिम) से थे। कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं थी। मेरा बेटा उन्हें बिल्कुल नहीं जानता था। वह उन्हें चेहरे से पहचान सकता है। पुलिस ने कहा ‘इसमें नूपुर शर्मा के नाम का इस्तेमाल नहीं करते। हम न्याय चाहते हैं।
भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने दावा किया कि कन्हैयालाल के परिवार को वित्तीय सहायता देने का वादा करने के बाद उन्हें जान से मारने की धमकी मिली थी। मीना ने हाल ही में कन्हैयालाल के परिवार को एक महीने का वेतन देने की पेशकश की थी। कुछ ही समय बाद, उन्हें कथित तौर पर एक पत्र मिला जिसमें “गलतियों” और “मुस्लिम समुदाय के खिलाफ जहर उगलने वालों” की मदद करने के लिए गंभीर परिणाम की धमकी दी गई थी। भाजपा सांसद ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को पत्र लिखकर मामले में कार्रवाई की मांग की है।