बागेश्वर में भारी बारिश ने मचाई तबाही,कही मोटर मार्ग तो कहीं रास्ते भी बहे

दिल्लीः उत्तराखंड के बागेश्वर के मुनार में शनिवार रात भारी बारिश होने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया. भारी बारिश के कहर से यहां कई किलोमीटर सड़क बह गई, जिससे मार्ग पर आवाजाही प्रभावित हो गया. लोगों को पैदल सफर कर  गतंव्य की ओर जाना पड़ रहा है. इस दौरान कई दुकानों में मलबा घुस गया. मुनार में इस घटना से ग्रामीण दहशत में हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बस गनीमत रही की किसी भी जनहानि नहीं हुई.

मुनार वही दूरस्थ क्षेत्र है, जिसके मंडूवे की बिस्किट की तारीफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम में कर चुके है. इधर कपकोट विधायक सुरेश गढ़िया भी आपदा ग्रस्त क्षेत्र में पहुंचे. उन्होंने यहां पहुंच कर लोगों से मुलाक़ात की और नुकसान का जायजा लिया. जिले में 20 सड़कों पर यातायात अब भी पूरी तरह से बाधित है. मूसलाधार बारिश ने कपकोट के कई क्षेत्रों में कहर बरपाया. बारिश इतनी तेज थी कि ग्रामीणों को लगा बादल फट गया. ग्रामीणों ने पूरी रात डर के साये में निकाली. कई पैदल पुल ध्वस्त होने से आवाजाही ठप हो गई है. कई जगह सड़क वाशआउट होने से वाहन फंस गए हैं. यहां सड़कें क्षतिग्रस्त होने से दर्जनों गांवों की आवाजाही बाधित हो गई है.

बारिश से सरयू और गोमती नदी उफान पर हैं. शनिवार को सरयू का जलस्तर 867.20 मीटर और गोमती का जलस्तर 863.90 मीटर था. दोनों नदियों का चेतावनी स्तर 869.70 मीटर और खतरनाक स्तर 870.70 मीटर है. सरयू के उफान पर आने से बागेश्वर में बागनाथ मंदिर के पास तक नदी का पानी पहुंच गया. फिलहाल मलबा आने से बंद हुई सड़कों को खोलने का काम चल रहा है. राजस्व विभाग की टीम ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश से हुए नुकसान का आंकल  करने में जुटी है.

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