कन्हैयालाल के बेटों को नौकरी देने के लिए नियमों में छूट देने का निर्णय, CM गहलोत बोले- PM मोदी दें एकता का संदेश
जयपुर। उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गुरुवार को बयान सामने आया। जिसमें उन्होंने कन्हैयालाल के बेटों को समय पर सरकारी नौकरी देने की बात कही। आपको बता दें कि कन्हैयालाल की गला काटकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद आरोपियों ने सोशल मीडिया पर हत्या का वीडियो भी साझा किया था। इस मामले में पुलिस ने देरी न करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कन्हैयालाल के परिवार की स्थिति को देखते हुए हमने दोनों बच्चों को सरकारी नौकरी समय पर देने का निर्णय लिया है। यह हमारा कर्तव्य है… मैं जनता से अपील करना चाहता हूं कि उकसावे के बावजूद हमें अपने अनुशासन को जीवित रखना है।
उन्होंने कहा कि हम बार-बार प्रधानमंत्री मोदी से राष्ट्र को शांति और एकता का संदेश देने की अपील कर रहे हैं क्योंकि इसका प्रभाव पड़ेगा। मुझे समझ में नहीं आता कि वह ऐसा क्यों नहीं कर रहें। उनका सलाहकार कौन है ? जो उन्हें ऐसी सलाह दे रहा है। मेरा मानना है कि अगर वह अपील करते हैं तो ऐसी घटनाएं नहीं होंगी।
आपको बता दें कि अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में कन्हैयालाल के बेटों को सरकारी नौकरी दिलाने के लिए नियमों में शिशिलता प्रदान करने का निर्णय लिया गया। ताकि जल्द से जल्द दोनों को नौकरी दी जा सकें। महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने बताया था कि बैठक में उदयपुर की आतंकी घटना में मृतक कन्हैयालाल के पुत्र यश तेली और तरूण तेली को राजकीय सेवा में नियुक्ति देने का निर्णय लिया है।