छात्र संगठन एनएसयूआई ने काली पोस्टर पर विरोध जताया,FIR करने पहुंचे,हिन्दू,मुस्लिम,सिक्ख,ईसाई
दिल्लीः डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली के पोस्टर को लेकर चल रहे विवाद की आंच छत्तीसगढ़ तक पहुंच गयी है. इस बार एफआईआर करने किसी धार्मिक संगठन के लोग नहीं बल्कि कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के छात्र नेता पहुंचे. फिल्म की डायरेक्टर लीना मणिमेकलाई की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एनएसयूआई जिला अध्यक्ष शांतनु झा के नेतृत्व में तमाम छात्रनेता रायपुर के सिविल लाइन थाना पहुंचकर मां काली के विवादित पोस्टर को लेकर नाराज़गी जतायी. थाने में जमकर नारेबाजी की. यहां एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर केवल हिन्दू ही नहीं बल्कि मुस्लिम, सिख और ईसाई धर्म को मानने वाले छात्र नेताओं ने भी इसका विरोध किया.
शांतनु झा ने कहा कि देश में ऐसी विवादित फिल्म, पोस्टर और तस्वीरें बनाने का ट्रेंड चल चुका है. जिससे की फिल्म को पब्लिसिटी मिल सके. डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली की डायरेक्टर लीना मणिमेकलाई ने जानबूझ के ऐसा पोस्टर लांच किया है, जिससे फिल्म को हाईप मिल सके, लेकिन ऐसे आपत्तिजनक पोस्टर को लेकर हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाई समाज के छात्र नेता एक साथ एफआईआर दर्ज कराने पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि देश में सभी धर्मों का सम्मान है और कांग्रेस पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करती आयी है.
एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष शांतनु का कहना है कि लोगों की धार्मिक भावनाएं अगर आहत होगी तब कांग्रेस और एनएसयूआई इसका विरोध करेगी. हांलाकि सिविल लाइन थाने ने मामले की केवल शिकायत ही ली है. छात्र नेताओं के दबाव के बावजूद पुलिस ने यहां मामले में एफआईआर फिलहाल दर्ज नहीं की है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शिकायत ले ली गई है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. बहरहाल काली फिल्म के पोस्टर विवाद अब छत्तीसगढ़ भी पहुंच गया है. कांग्रेस के छात्र संगठन विंग ने इस मामले में शिकायत की है. शिकायत पर कितना अमल होता है, इसको लेकर स्थिति फिलहाल स्पष्ट नहीं है.