जल्द ‘पुरोहित कल्याण’ बोर्ड का निर्माण करेगी योगी सरकार
दिल्लीः जनआस्था का सम्मान करते हुए योगी सरकार (Yogi government) धार्मिक पर्यटन को प्रोत्सहित कर रही है. लोक कल्याण संकल्प पत्र-2022 में ऑनलाइन एकीकृत मंदिर सूचना प्रणाली की शुरुआत का संकल्प है. इसे यथाशीघ्र क्रियान्वित किया जाए. ऑनलाईन पोर्टल में हिंदू, बौद्ध, सिख, जैन आदि धर्म-सम्प्रदायों से जुड़े धर्मस्थलों के बारे में विस्तार से जानकारी उपलब्ध हो. सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बड़ी बैठक की. बैठक मे सीएम ने कहा कि बोर्ड के जरिए सभी धर्मों के पुजारियों, संतों, पुरोहितों, मौलवियों और फकीरों को लाभ पहुंचाया जाए.
सीएम योगी ने कहा कि हर जनपद के धर्मस्थल का विवरण इस पर दिया जाए. धर्म, पंथ, सम्प्रदाय की विशिष्ट परंपरा का भी उल्लेख हो, ताकि अधिकाधिक लोग प्रदेश की विविधतापूर्ण धार्मिक-आध्यत्मिक प्रकृति से परिचित हो सकें. इसी प्रकार, मस्जिदों के बारे में भी संबंधित विभाग द्वारा विशिष्ट पोर्टल का विकास किया जाना चाहिए. दोनों पोर्टल को एकीकृत भी किया जाए. उन्होंने कहा कि लोक कल्याण संकल्प पत्र के अनुसार बुजुर्ग संतों, पुजारियों एवं पुरोहितों के कल्याण हेतु राज्य सरकार द्वारा पुरोहित कल्याण बोर्ड का गठन किया जाना है. बोर्ड के गठन का कार्य यथाशीघ्र पूर्ण कर लिया जाए.
इस बोर्ड से लाभान्वित होने के योग्य सभी धर्मों के संतों, पुजारियों का सत्यापन/चिन्हांकन कर लिया जाए. बोर्ड के माध्यम से सभी धर्मों के पुजारियों, संतों, पुरोहितों, मौलवियों, फ़कीरों को लाभान्वित किया जाना चाहिए. बोर्ड द्वारा न केवल इनके कल्याणार्थ कार्य किया जाए, वरन, विभिन्न धर्म, सम्प्रदायों की परंपरा का संरक्षण और पुरोहितों का प्रशिक्षण भी कराया जाए. मंदिर सूचना प्रणाली और बोर्ड को भी एकीकृत किया जाए.