बर्मिंघम में हार से टीम इंडिया WTC फाइनल की रेस से लगभग बाहर
दिल्ली: इंग्लैंड ने पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले में टीम इंडिया को 7 विकेट से हरा दिया। सीरीज 2-2 की बराबरी पर खत्म हुई। इस नतीजे से भारतीय टीम का 15 साल बाद इंग्लैंड में सीरीज जीतने का सपना अधूरा रह गया। साथ ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचना भी अब दूभर हो गया है।
भारतीय टीम पहली WTC के फाइनल में खेली थी। तब भारत ने 70% से ज्यादा पॉइंट्स हासिल कर खिताबी मुकाबले में जगह बनाई थी। WTC की पॉइंट्स टेबल परसेंटेज पॉइंट्स के आधार पर तय होती है। इस बार भारतीय 70% पॉइंट्स तक नहीं पहुंच सकती है। अभी भारत के पास 12 मैचों से 77 पॉइंट्स हैं। एक टेस्ट जीतने पर 12 पॉइंट्स मिलते हैं। यानी भारत के पास कुल संभव 144 में से 77 पॉइंट्स हैं। यानी 53.47%।
दूसरी WTC में भारत को अभी 6 टेस्ट और खेलने हैं। 4 ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ (भारत में) और 2 बांग्लादेश के खिलाफ (बांग्लादेश में)। भारतीय टीम अगर सभी 6 टेस्ट मैच जीत भी लेती है तो भी उसके 68.98% पॉइंट्स ही रहेंगे। यानी भारतीय टी 70% तक नहीं पहुंच पाएगी। हालांकि, भारतीय टीम 68.98% पॉइंट्स के साथ भी फाइनल में पहुंच सकती है। लेकिन, एक और हार के बाद स्थिति बदल जाएगी।
साउथ अफ्रीका के अभी 71.43% पॉइंट्स हैं वहीं पाकिस्तान के 52.38% पॉइंट्स हैं। साउथ अफ्रीका को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है। अगर टीम इन दो दौरों पर अच्छा खेल पाई तो फाइनल में पहुंच सकती है। दूसरी ओर पाकिस्तान को इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने घर में खेलना है। इसके अलावा उसे श्रीलंका का दौरा करना है। इन तीन सीरीज से पाकिस्तान की किस्मत तय होगी।