सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के खिलाफ हुई कार्रवाई को लेकर विदेश मंत्रालय ने दिया बयान
दिल्लीः संयुक्त राष्ट्र द्वारा सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए जाने के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमने मानवाधिकार के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त के कार्यालय द्वारा तीस्ता सीतलवाड़ और 2 अन्य व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के संबंध में एक टिप्पणी देखी है. टिप्पणियां पूरी तरह से अनुचित हैं और भारत की स्वतंत्र न्यायिक प्रणाली में हस्तक्षेप कर रही हैं. इसके अलावा प्रवक्ता बागची ने कहा कि भारत न्यायिक प्रक्रियाओं के अनुसार कानून के उल्लंघन के खिलाफ सख्ती से काम करता है. इस तरह की कानूनी कार्रवाईयों को सक्रियता के लिए उत्पीड़न के रूप में लेबल करना भ्रामक है.
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत मैरी लॉलर ने तीस्ता सीतलवाड़ की गिरफ्तारी पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा था कि गुजरात पुलिस के आतंकवाद विरोधी दस्ते ने तीस्ता को हिरासत में लिया है, जिससे मैं चिंतित हूं. तीस्ता नफरत और भेदभाव के खिलाफ एक मजबूत आवाज हैं. मानवाधिकारों की रक्षा करना कोई अपराध नहीं है. मैं उनकी रिहाई और भारतीय राज्य से उत्पीड़न को समाप्त करने का आह्वान करती हूं.