अग्निपथ स्कीम’ के विरोध में छत्तीसगढ़ कांग्रेस आज करेगी सत्याग्रह
दिल्लीः केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ स्कीम’ के विरोध में छत्तीसगढ़ कांग्रेस आज सत्याग्रह करेगी। प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेसी अग्निपथ का विरोध करने सड़क पर उतर रही है। कांग्रेस पार्टी के विधायक अपने-अपने क्षेत्रों के विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे। जिस विधानसभा में कांग्रेस के विधायक नहीं हैं, वहां पार्टी के सांसद, पीसीसी पदाधिकारी व जिला पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने विधानसभा क्षेत्र पाटन के सत्याग्रह में शामिल होंगे। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जब तक यह योजना वापस नहीं होगा, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा।
बता दें कि कांग्रेस ने केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ योजना’ के विरोध में 27 जून को सभी विधानसभा क्षेत्रों में सत्याग्रह की घोषणा की है। राजधानी रायपुर सहित पूरे प्रदेश के विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस यह सत्याग्रह सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक होगा। कांग्रेस पार्टी ने सभी विधायकों को उनके क्षेत्र में सत्याग्रह का नेतृत्व सौंपा है। इस राजनीतिक आंदोलन में रायपुर के पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के विधायक द्वारा सुंदरकांड का पाठ रखने की जानकारी भी मिली है। यह प्रदर्शन आमानाका स्थित पं. रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी के मुख्य द्वार पर होगा। अग्निपथ स्कीम के विरोध में सीएम भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू सहित सभी मंत्री, सभी विधायक, निगम-मंडल के पदाधिकारी सत्याग्रह में शामिल होंगे।
नौजवानों व देश की सीमा से खिलवाड़: भूपेश
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार अग्निवीर, रेलवे वीर, शिक्षा वीर, चिकित्सा वीर… इसी तरह सब कुछ ठेके पर लाना चाहती हैं। युवाओं के सपनों को चकनाचूर करना चाहते हैं। 4 साल के ठेके पर रखेंगे। भूपेश ने कहा कि मोदी सरकार अग्निपथ योजना से नौजवानों के जीवन से खिलवाड़ कर रही है। देश की सीमा और फौज के साथ खिलवाड़ कर रही है। देश को बचाना है। देश के युवाओं के भविष्य को बचाना है। देश की सुरक्षा के मुद्दे से खिलवाड़ कांग्रेस पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी। जब-जब सरकार गलत फैसला करती है तो कांग्रेस जनता की आवाज बनती है और उनके साथ खड़ी रहती है।
‘अग्निपथ’ में आवेदन ही न करें युवा: मरकाम
पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने अग्निपथ योजना के बहिष्कार का आह्वान किया है। मरकाम ने कहा कि हम अहिंसक तरीके से अपनी बात को इस तानाशाही सरकार के सामने रखेंगे। देशभर के युवाओं से मेरी अपील है कि आप सभी अहिंसक तरीके से युवाओं के बीच यह संदेश फैलाएं कि कोई भी युवा ‘अग्निपथ योजना’ में आवेदन न करें। उन्होंने कहा कि जब इस स्कीम में कोई आवेदन ही नहीं करेगा तो केंद्र सरकार को यह समझ में आ जाएगा कि देश के युवाओं ने इस युवा विरोधी स्कीम को नकार दिया है और फिर सरकार पहले की तरह सेना की भर्ती प्रक्रिया बहाल करने को मजबूर हो जाएगी।