रूस ने किया लिसिचांस्क शहर पर कब्ज़ा
दिल्लीः रूस और यूक्रेन की बीच जंग अब पांचवें महीने में पहुंच गई है. रूस के सैनिक यूक्रेन के शहरों पर लगातार हमले कर रहे हैं. इस बीच यूक्रेन की मदद के लिए कई देश और संगठन आगे आ रहे हैं. यूरोपीय परिषद ने यूक्रेन की मदद के लिए 9 बिलियन यूरो यानी 578 अरब 10 करोड़ 20 लाख रुपये को मंजूरी दी है. यूरोपीय परिषद ने शिखर सम्मेलन में इसकी घोषणा की.
शुक्रवार को यूक्रेन ने रूस के Su-25 एयरक्राफ्ट को मार गिराया. यूक्रेन एयरफोर्स ने सोशल मीडिया पर अपने बयान में बताया कि 24 जून को माइकोलाइव स्थित 79 वें एयर असॉल्ट ब्रिगेड के वायु रक्षा डिवीजन के एक सैनिक ने रूसी एयरक्राफ्ट को मार गिराया है. इससे पहले 22 जून को यूक्रेनी सैनिकों ने रूस की एक मिसाइल और दो ड्रोन मार गिराए थे.
यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि रूसी सैनिकों ने लुहांस्क के पास यूक्रेनी सेना को घेरने का प्रयास कर रहे हैं. इलाके में रूस ने हवाई हमले तेज कर दिए हैं. इससे कई बस्तियां तबाह हो गईं और न जाने कितने लोगों की मौत हुई. दुश्मन सिविएरोडोनेट्सक पर कब्जा करना चाहता है.रूस अभी लुहांस्क के पास यूक्रेनी सेना को घेरने और रास्तों को बंद करने के लिए अभियान चला रहा है. वहीं, यूक्रेन की सेना ने लुहांस्क के कुछ इलाकों और खेरसॉन के कुछ इलाकों में रूसी सैनिकों को खदेड़ दिया.
रूसी फौजों ने पूर्वी लुहांस्क क्षेत्र के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण शहर लिसिचांस्क पर शुक्रवार को कब्जा कर लिया. यूक्रेन ने यह जानकारी दी है. उधर, मॉस्को ने भी यही दावा किया है, लेकिन कहा कि क्षेत्र में उसने 80 विदेशी लड़ाकों समेत करीब 2000 यूक्रेनी सैनिकों को घेर लिया है.यूक्रेन के कब्जे वाले आखिरी इलाके लुहांस्क को रूस ने लिसिचांस्क पर कब्जे के बाद तीन तरफ से घेर लिया है. क्षेत्रीय प्रशासन के प्रवक्ता ने इस खबर पर टिप्पणी से इनकार कर दिया. हिरस्के और अन्य इलाके पहले ही आक्रमणकारी फौजों के कब्जे में आ चुके हैं.