गिरफ्तार छात्र ने बताया,पुलिस की मदद से लाता था शराब
दिल्लीः शराबबंदी वाले बिहार में चंद नोटों की लालच में कुछ पुलिस वाले शराब माफिया को बढ़ावा दे रहे हैं। पटना में खाकी की आड़ में शराब माफियाओं को संरक्षण देने वालों की पोल तस्करों ने खोल दी है। मुगलसराय जीआरपी की मदद से पटना में शराब की डिलीवरी करनेवाले तीन तस्करों को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गये शराब तस्करों में सौरभ राज, अभिषेक राज और अमृत सिंह शामिल हैं। बीकॉम पार्ट वन का छात्र सौरभ इस तस्करों का सरगना है। वह फुलवारीशरीफ थानांतर्गत नौसा पंचायत का निवासी है।
पुलिस ने तीनों के पास से 24 पीस रॉयल स्टैग की बोतल और 48 पीस टेट्रा पैक शराब बरामद की है। कोतवाली थानेदार सुनील कुमार सिंह ने गिरफ्तारी के बाद जब तस्करों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि मुगलसराय जंक्शन पर तैनात रहने वाले कुछ सिपाही उन्हें शराब को बैग में पैक कर देते हैं। इसके बाद वे शराब को लेकर पटना तक चले आते हैं।
सिपाहियों का नाम व मोबाइल नंबर पूछने पर शराब तस्करों ने कहा कि कोई भी अपनी पहचान नहीं बताता। स्टेशन पर उतरने के बाद सिपाही उन्हें मिल जाते हैं और एमआरपी रेट पर शराब देते हैं।
ट्रेन में पुलिसकर्मी करते हैं मैनेज
गिरफ्तार धंधेबाजों ने कोतवाली पुलिस को बताया कि ट्रेन में उन्हें शराब लाने में कोई दिक्कत नहीं होती है। स्कॉर्ट पार्टी के सिपाही प्रत्येक बैग के हिसाब से उनसे पैसे वसूलकर आगे बढ़ जाते हैं। स्टेशन से निकलने के बाद जिला पुलिस से तस्कर बचने की कोशिश करते हैं। हाल ही में पाटलिपुत्र स्टेशन पर इसी गैंग का एक सदस्य पकड़ा गया जिसके पास से शराब की बड़ी खेप बरामद हुई थी।
शराब तस्कर सौरभ ने बताया कि 20 बार वह शराब की खेप को मुगलसराय से पटना लाता है। हाल ही में
उसने शराब की खरीद-बिक्री का धंधा शुरू किया है। कोतवाली पुलिस तस्करों के मोबाइल को खंगाल रही है।