ताइवान के समुंदर में जंगी बेड़ों की गड़गड़ाहट और आसमान में लड़ाकू विमानों की गूंज
दिल्लीः Hide your strength bide your time- यानी क्षमता छुपा कर रखो और सही वक्त की प्रतीक्षा करो। चीन के क्रांतिकारी नेता रहे देंग ज़ियाओपिंग की नीति यही थी। पुतिन की देखा देखी जिनपिंग की नियत खराब हो चुकी है। बीजिंग ने दुनिया के लिए ताइवान स्ट्रेट बंद करने की धमकी दे दी है। दूसरी तरफ अमेरिका के न्यूक्लियर मिसाइल को हवा में ही मार गिराने वाली बैलेस्टिक मिसाइल तैयार कर ली है। इन कदमों से साफ है कि रूस की तरह चीन भी दुनिया से लड़ने का ख्वाब देख रहा है।
ताइवान के समुंदर में जंगी बेड़ों की गड़गड़ाहट और आसमान में लड़ाकू विमानों की गूंज। यूरोप के बाद एशिया की जमीन के जंगी मुहाने पर होने की तस्दीक करा रहे हैं। चीन की साजिश को लेकर सबसे सनसनीखेज खुलासा हुआ है। चीन के दक्षिणी शहर ग्वांगझू में चीन के मिलिट्री कमांड की मीटिंग हुई है। चीन 1 लाख 40 हजार सैनिकों के साथ ताइवान पर हमला कर सकता है। चीन की जंगी सनक हदें पार कर रही हैं। ड्रैगन ने हाइपरसोनिक हथियार की टेस्टिंग की। महज दो दिन में चीन ने दो विनाशकारी हथियारों को दिखाकर अमेरिका को सीधी सीधी चेतावनी दे दी है। टाइप 003 के जंगी बेड़े की लॉन्चिंग के बाद वार जोन में ड्रैगन ने हाइपरसोनिक हथियार उतार दिया है। इस मिसाइल डिफेंस सिस्टम के टेस्ट के बाद चीन ने धरती के किसी भी हिस्से को दहलाने का दंभ भरा है।
ताइवान से मिलने से पहले चीन हर मोर्चे पर पक्की तैयारी कर रहा है। हथियारों की नुमाइश की पूरी सीरीज चल रही है। अब इसी कड़ी में चीनी सेना ने अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम का ट्रेलर भी रिलीज किया है। चीन ने इस बात का दावा किया है कि उसके पास ऐसा रक्षा कवच है जिससे एटमी हथियारों की धज्जियां उड़ा दी जाएगी। ड्रैगन के एडमिशन हाइपरसोनिक मिसाइल को भी पल भर में तबाह करने की ताकत रखते हैं। चीन ने पहली बार यह दावा किया है कि ताइवान स्ट्रेट एक अंतरराष्ट्रीय समुद्र नहीं है। अमेरिका और अन्य देशों का मानना है ताइवान स्ट्रेट एक अंतरराष्ट्रीय समुद्र है