आकाशीय बिजली गिरने से 5 की गयी जान,50 से ज्यादा बकरियाँ भी मरी
दिल्लीः छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक के साथ बारिश का दौर भी शुरू हो गया है। रविवार को प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बारिश के बीच आकाशीय बिजली (गाज) गिरने की घटनाओं में 5 लोगों व 50 बकरियों की मौत हो गई। गरियाबंद, बलौदाबाजार, मुंगेली और पेंड्रा-मरवाही जिले में मौतें हुई है। व्रजपात की घटनाओं पर सीएम भूपेश बघेल ने शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख का मुआवजा राशि देने के निर्देश हैं। छत्तीसगढ़ में आकाशीय बिजली गिरने की बहुत ज्यादा घटनाएं होती है। सीएम ने जन-धन की हानि रोकने व सावधानी बरतने सभी कलेक्टरों को एडवाइजरी जारी करने के निर्देश दिए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को मुंगेली जिले के जरहागांव क्षेत्र के ठकुरीकापा गांव में सुखदेव खांडे खेत में निंदाई करने गया था। बारिश के दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। गांव के लोगों ने परिवार और पुलिस को सूचना दी। वहीं गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में गौरेला के बिजरवार गांव निवासी सेमकली गोंड व सुशीला मार्को जंगल में डोरी पेड़ का फल बीनने गई थीं। दोनों फल लेकर लौट रहीं थी, तभी आकाशीय बिजली की चपेट में आ गई। गाज गिरने से दोनों की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शवों को पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया।
गरियाबंद व बलौदाबाजार में भी एक-एक मौत
बलौदाबाजार जिले में भी आकाशीय की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई। पलारी क्षेत्र के ग्राम रोहासी निवासी अनीता बाई साहू (40 वर्ष) अपने पति केशव साहू के साथ खेत में धान की बुआई करने गई थी। बारिश और तेज गर्जना के बीच अनीता आकाशीय बिजली की चपेट में आ गई। उसका पति उसे लेकर पलारी अस्पताल पहुंचा, वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इधर गरियाबंद जिले सहसपुर गांव में गाज गिरने से चिंतामणि धनकर की मौत हो गई। वह अपनी बकरियों को लेकर चराने गया था। आकाशीय बिजली गिरने से उसकी 50 से ज्यादा बकरियों की भी मौत हो गई।