SBI मैंनेजर बन खाता वेरीफाई करने का दिया झांसा,पार किये 12.62 लाख रुपये

दिल्लीः छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में स्टेट बैंक का मैंनेजर बनकर एक व्यक्ति को खाता वेरीफाई करने का झांसा दिया। बदमाशों ने ओटीपी पूछा और ऑनलाइन 12.62 लाख रुपये खाते से पार कर दिए। पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस थाना में की। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से झारखंड में दबिश देकर साइबर ठग गिरोह के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 1 लाख 19 हजार रुपये व 7 मोबाइल जब्त किया है। ऑनलाइन ठगी के बाद आरोपियों ने रुपये मौज-मस्ती में खर्च कर दिया। आशंका है कि आरोपियों ने और भी कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

मिली जानकारी के मुताबिक सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम भरतपुर निवासी मुनेश्वर राम नागवंशी (42 वर्ष) ने 8 मई 2022 को थाने में 12 लाख 62 हजार 81 रुपये की ऑनलाइन ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने पुलिस को बताया था कि अज्ञात व्यक्ति ने स्टेट बैंक का मैनेजर बनकर उसके पास फोन किया था। खाता वेरीफाई करने के नाम पर उसने ओटीपी पूछा और एनिडेस्क ऐप के माध्यम से कुछ ही देर में उसके खाते से 12 लाख 62 हजार 81 रुपये खाते से पार हो गए। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धारा 420, 34 व 66 डी आईटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर मामले की जांच शुरु की।

झारखंड में पकड़ाए गिरोह के 4 बदमाश
सरगुजा एसपी भावना गुप्ता ने बताया कि आरोपियों को पकडऩे एक टीम का गठन किया गया था। साइबर सेल से मिले इनपुट के आधार पर टीम झारखंड पहुंची। यहां देवघर जिला के अलग-अलग ठिकानों पर दबिश देकर उन्होंने साइबर ठग गिरोह के 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए आरोपियों में झारखंड के देवघर के दुमरकुंडी बागमारी निवासी नेपाल सिंह (27 वर्ष), ग्राम मिसरना थाना माधोपुर देवघर निवासी विकास कुमार मंडल (21 वर्ष), ग्राम ढकढका निवासी निवेय दास (19 वर्ष) और ग्राम कांशीडीह निवासी मनु कुमार दास (19 वर्ष) शामिल हैं।

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