विकीलीक्स के फाउंडर जूलियन असांजे जल्द होंगे पुलिस की गिरफ्त में

दिल्लीः ब्रिटेन सरकार ने जासूसी के आरोपों में विकीलीक्स के जूलियन असांजे को अमेरिका प्रत्यर्पित किए जाने को मंजूरी दी है। मामले को लेकर असांजे द्वारा अपील करने की संभावना है। असांजे के पास अपील करने के लिए 14 दिन का समय है। प्रत्यर्पण आदेश पर ब्रिटेन की गृह सचिव प्रीति पटेल ने साइन किए हैं। बता दें कि अप्रैल 2022 में ब्रिटिश अदालत ने एक फैसले में कहा था कि असांजे को अमेरिका भेजा जा सकता है।

ब्रिटेन गृह मंत्रालय ने प्रत्यर्पण को लेकर एक बयान में कहा कि ब्रिटेन की अदालतों ने यह नहीं पाया है कि असांजे के प्रत्यर्पण के लिए यह दमनकारी, अन्यायपूर्ण या प्रक्रिया का दुरुपयोग होगा। मंत्रालय ने आगे कहा है कि अदालतों ने नहीं पाया कि यह प्रत्यर्पण मानवाधिकारों के साथ असंगत होगा जिसमें उनके निष्पक्ष परीक्षण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार शामिल है। अमेरिका में रहते हुए उनके साथ उनके स्वास्थ्य के संबंध में उचित व्यवहार किया जाएगा।

अमेरिका ने असांजे पर लगाए हैं गंभीर आरोप

अमेरिका ने ब्रिटिश अधिकारियों से असांजे को प्रत्यर्पित करने के लिए कहा है ताकि वह एक दशक से भी अधिक समय पहले विकीलीक्स द्वारा क्लासिफाइड डाक्यूमेंट्स के प्रकाशन पर जासूसी के 17 आरोपों और कंप्यूटर के दुरुपयोग के एक आरोप पर मुकदमा चला सकें। अमेरिकी अभियोजकों का कहना है कि असांजे ने अवैध रूप से अमेरिकी सेना के खुफिया विश्लेषक चेल्सी मैनिंग को गोपनीय राजनयिक केबल और सैन्य फाइलें चुराने में मदद की और विकीलीक्स ने प्रकाशित किया।

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