ईरान में दो युवाओं की मौत से मची हलचल जहर दे कर मारा गया था दोनों को
दिल्लीः ईरान में दो युवाओं की मौत के बाद से हलचल बढ़ गई है। मई महीने के अंत में अचानक से बीमार पड़ने से पहले दोनों युवा स्वस्थ थे। इन दोनों ने ईरान के टॉप यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की थी। करीब 650 किलोमीटर दूर अलग-अलग शहरों में हॉस्पिटल के आईसीयू विभाग में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। ईरान का कहना है कि इजरायल ने दोनों को जहर देकर मारा है।
जिन दो युवा लोगों की मौत हुई है उनमें से एक अयूब एंतेजारी एरोनॉटिकल इंजीनियर और दूसरे कामरान अघमोलेई जियोलॉजिस्ट थे। ईरानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कामरान ईरान के नतांज परमाणु साइट में काम करते थे लेकिन उनके दोस्तों ने इससे इनकार करते हुए कहा है कि वह एक प्राइवेट जियोलॉजिकल रिसर्च कंपनी के लिए काम करते थे। अयूब तेहरान से करीब 600 किलोमीटर दूर यज़्द शहर में एक सरकारी एयरोस्पेस केंद्र के लिए मिसाइल और हवाई जहाज टर्बाइनों से संबंधित प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे थे।
एक सीनियर ईरानी अधिकारी ने न्यूयॉर्क टाइम्स से बातचीत में कहा है कि यज्द में डिनर करने के बाद कामरान को फूड पॉइजनिंग की दिक्कत हुई। डिनर पार्टी का मेजबान गायब का है अधिकारी उसकी तलाश में जुटे हुए हैं। यहां खाना खाने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई और मौत हो गई। पिछले दो हफ़्तों में संदेहास्पद स्थिति में हुई टॉप लोगों की मौत की सीरीज ने ईरान को झकझोर कर रख दिया है।
इजरायली पीएम ऑफिस के प्रवक्ता ने ईरान में हाल में हुई मौतों पर कमेंट करने से इनकार कर दिया है। बता दें कि इजरायल ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को कमजोर करने से सालों से गुपचुप तरीके से काम किया है। इसी कड़ी में एक्सपर्ट्स की हत्याएं भी शामिल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक इजरायल ने एडवांस ड्रोन और मिसाइल विकसित करने वाले ईरानी सैन्य स्थलों पर भी हमला किया है।
ईरान ने दुनिया भर में इजरायली नागरिकों को निशाना बनाने की कोशिश की है और लेबनन में हिजबुल्लाह जैसे संगठनों को इजरायल से लड़ने के लिए हर संभव मदद करता है। लेकिन दोनों पक्षों के बीच मुख्य संघर्ष परमाणु कार्यक्रम के इर्द-गिर्द ही है।