5 महीने से अधिक समय में 9,000 से अधिक ट्रेनों को कैंसिल कर चुकी भारतीय रेलवे:

दिल्लीः रेलवे ने 2022 के दौरान यानी 5 महीने से अधिक समय में 9,000 से अधिक ट्रेनों को कैंसिल कर चुका है। इसमें से 1,900 से अधिक ऐसी ट्रेन हैं, जो कोयला संकट की वजह से पिछले तीन माह में प्रभावित हुई हैं।

कोविड-19 के बाद भारतीय रेलवे की सुविधाएं भले ही पटरी पर आ चुकी हों, लेकिन अभी भी यात्रियों को बहुत सी ट्रेनों के कैंसिल होने की वजह से सफर करने में परेशानी हो रही है। एक RTI के तहत जानकारी मिली है कि रेलवे ने 2022 के दौरान यानी 5 महीने से अधिक समय में 9,000 से अधिक ट्रेनों को कैंसिल कर चुका है। इसमें से 1,900 से अधिक ऐसी ट्रेन हैं, जो कोयला संकट की वजह से पिछले तीन माह में प्रभावित हुई हैं।

चंद्रशेखर गौर की ओर से दायर किए गए सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि उसने रखरखाव या निर्माण उद्देश्यों के लिए 6,995 ट्रेन सेवाओं को रद्द कर दिया, जबकि मार्च से मई तक 1,934 ट्रेन सेवाएं कोयले की आवाजाही के कारण रद्द कर दी गईं। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, बिजली संकट की समस्‍या को दूर करने के लिए रेलवे ने कोयले की आपूर्ति के लिए इन ट्रेनों को कैंसिल किया था।

भारतीय रेलवे के इस कदम से गर्मी महीने के दौरान यात्री गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। आरटीआई के अनुसार, भारतीय रेलवे ने जनवरी से मई तक 3,395 मेल व एक्सप्रेस ट्रेन सेवाओं को रद्द कर दिया, जबकि इसी अवधि के दौरान रखरखाव कारणों या निर्माण कार्यों के कारण 3,600 यात्री ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी गईं

टिकट खरीदकर भी यात्रा नहीं कर सके 1.60 करोड़ यात्री
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2021-22 में टिकट खरीदने वाले 1.60 करोड़ से अधिक यात्री यात्रा नहीं कर सके। ऐसे यात्रियों को वेटिंग लिस्‍ट में डाला गया था। मई में राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर ने वास्तव में 131.6 मीट्रिक टन कोयले की लोडिंग की थी। बिजलीघरों को कोयले की लोडिंग घरेलू और आयात दोनों में मई के महीने में 11 मीट्रिक टन से अधिक की वृद्धि हुई है। 52.4 मीट्रिक टन कोयले को पिछले साल की तुलना में बिजलीघरों में पहुंचाया गया, इसमें 28% की बढ़ोतरी दर्ज की है।

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