एशियाई गेम्स के आयोजन के टलने से नेहवाल को मिल सकता है फायदा
दिल्ली: चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से 10 से 25 सितंबर तक होने वाले एशियन गेम्स को अगले साल तक टाल दिया है। ऐसे में बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल को एक और मौका मिल गया है। वहीं, एशियन गेम्स में आखिरी बार प्रतिनिधित्व करने की सोच रहे सानिया मिर्जा और तीरंदाज तरुणदीप राय के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। आइए, जानते हैं कि एशियन गेम्स को स्थगित करने से भारत के किन खिलाड़ियों और टीमों पर इसका क्या असर पड़ने वाला है।
2014 इंचोन एशियन गेम्स में विमेंस सिंगल्स में बैडमिंटन में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली साइना नेहवाल को एशियन गेम्स की डेट बढ़ जाने से एक और मौका मिल गया है। साइना नेहवाल ने ज्यादा अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने की वजह से एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए हुए ट्रायल में हिस्सा नहीं लिया था। अब चूंकि एशियन गेम्स को आगे के लिए टाल दिया गया है, तो साइना के लिए उम्मीदें बढ़ गई हैं। बर्शतें बैडमिंटन फेडरेशन उनके नाम पर विचार करती है।
वहीं, सानिया मिर्जा को एशियन गेम्स में भाग लेने के लिए अपने की गई घोषणा पर विचार करना होगा। 35 साल की सानिया पहले ही घोषणा कर चुकी हैं कि इस साल के आखिर के बाद वह खेल से संन्यास ले लेंगी। ऐसे में आखिरी एशियन गेम्स में भाग लेने के सपने को पूरा करने के लिए उन्हें एक साल और खेलना होगा।
इसी तरह बार के ओलिंपियन और 2010 एशियन गेम्स के सिल्वर मेडलिस्ट तीरंदाज तरुण दीप रॉय को भी अपनी योजना में बदलाव करना होगा। रॉय ने सितंबर में एशियाई खेलों के बाद संन्यास लेने की योजना बनाई थी। रॉय ने एशियन गेम्स कैंसिल होने के बाद कहा कि यह मेरे लिए बड़ा झटका है। मैं 38 बरस का हो चुका हूं और इस साल एशियाई खेलों के बाद संन्यास लेने की योजना बना रहा था। यह मेरी तैयारियों को बड़ा झटका है। मुझे लग रहा था कि पिछले साल ओलिंपिक की निराशा के बाद मैं दोबारा अपने करियर में शीर्ष पर पहुंच रहा था।