100 अरब डॉलर के रेवेन्यू वाली पहली भारतीय फर्म बनी रिलायंस
दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 31 मार्च को खत्म तिमाही के नतीजे शुक्रवार को घोषित किए। इस तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 22.5% बढ़कर 16,203 करोड़ रुपए हो गया। पिछले साल की समान तिमाही में ये 13,227 करोड़ रुपए था। ऑपरेशन से रेवेन्यू 36.79% बढ़कर 211,887 करोड़ रुपए हो गया जो पिछले साल 154,896 करोड़ रुपए था। कंपनी का FY22 में 104.6 अरब डॉलर (7,92,756 करोड़ रुपए) रेवेन्यू रहा। 100 अरब डॉलर के रेवेन्यू वाली रिलायंस पहली भारतीय फर्म है।
रिलायंस ने 8 रुपए के डिविडेंड का भी ऐलान किया है। रिलायंस के शेयर शुक्रवार को 12.90 रुपए या 0.49% लुढ़ककर 2,628 रुपए पर बंद हुए। दिनभर के कारोबार में शेयर ने 2,593.55 का निचला और 2,659 का उच्चतम स्तर बनाया। इस साल की शुरुआत से अब तक शेयर ने 9.32% का रिटर्न दिया है जबकि सेंसेक्स में इस दौरान 7.35% की गिरावट रही है। पिछले एक साल की बात करें तो कंपनी ने 36% का रिटर्न दिया है। सेंसेक्स ने इस दौरान 11.44% का रिटर्न दिया। रिलायंस के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने कहा, “महामारी के कारण चल रही चुनौतियों और जियोपॉलिटिकल अनिश्चितता के बढ़ने के बावजूद, रिलायंस ने FY 2021-22 में मजबूत प्रदर्शन दिया है। मुझे अपने डिजिटल सर्विसेज और रिटेल सेगमेंट में मजबूत ग्रोथ से खुशी है।” उन्होंने कहा, “हमारे O2C बिजनेस ने एनर्जी मार्केट में अस्थिरता के बावजूद स्ट्रॉन्ग रिकवरी दिखाई है।”