मतगणना स्थल बवाल में पूर्व विधायक समेत 28 और फंसे
बांदा,संवाददाता। विधानसभा चुनाव के बाद मतगणना स्थल मंडी समिति गेट पर 9 मार्च को पुलिस और सपाइयों के बीच बवाल में शहर कोतवाली पुलिस ने नामजद अज्ञात आरोपियों को चिह्नित कर कार्रवाई शुरू कर दी है। इसमें पूर्व विधायक बृजेश कुमार प्रजापति समेत 28 और लोगों को अपनी शामिल किया गया है।
साथ ही सरकारी संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम की धारा भी बढ़ा दी है। पूर्व में दर्ज हुई एफआईआर में क्रिमिनल लॉ सहित नौ धाराएं लगाई गईं हैं। मतदान के बाद मंडी समिति में ईवीएम रखीं गईं थीं। यहां गेट पर पुलिस के साथ सपा नेता भी डटे थे। नौ मार्च को रात करीब 10 बजे मंडी में प्रवेश कर रहे एडीएम के वाहन को सपाइयों ने रोक लिया।
इस पर सपाइयों और पुलिस के बीच जमकर हंगामा हुआ। बलखंडी नाका चैकी प्रभारी राजनारायण नायक के सिर पर चोट लग गई और खून बहने लगा। पुलिस ने सपाइयों के हुजूम को खदेड़ दिया। अगले दिन कोतवाली प्रभारी ने सात नामजद और 30-40 अज्ञात के विरुद्ध क्रिमिनल लॉ सहित जान लेवा हमला और सरकारी काम में बाधा जैसी नौ धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की।
पुलिस इस मामले में चार नामजद लोगों को जेल भेज चुकी है। साथ ही अपनी विवेचना में 28 लोगों को और आरोपी बनाते हुए नामजद किया है। इनमें तिंदवारी क्षेत्र के पूर्व विधायक बृजेश प्रजापति भी शामिल हैं। उसी रात बृजेश प्रजापति की मंडी गेट पर डीएम अनुराग पटेल से नोकझोंक भी हुई थी।