श्रीलंकाई PM ने कोरोना पर मढ़ा आर्थिक संकट का दोष
दिल्ली: श्रीलंका में आर्थिक संकट की वजह हाहाकार मचा हुआ है। लोगों में सरकार के खिलाफ दिनों दिन गुस्सा बढ़ता जा रहा है। इस बीच सोमवार को श्रीलंकाई प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने देश को संबोधित किया। इस संबोधन में उन्होंने नागरिकों को आर्थिक संकट की वजह समझाने की कोशिश की।
महिंदा राजपक्षे ने कहा- कोरोना महामारी की वजह से हमारे देश की अर्थव्यवस्था डगमगा गई। इसके बावजूद हमें लॉकडाउन लगाना पड़ा, इस वजह से देश का फॉरेन करेंसी रिजर्व खत्म हो गया। मैं और राष्ट्रपति देश को इस संकट से बाहर निकालने के लिए हर पल कोशिश कर रहे हैं। प्रधान मंत्री ने प्रदर्शनकारियों से सरकार विरोधी आंदोलन को समाप्त करने की भी अपील की करते हुए कहा- सड़कों पर बिताए गए हर मिनट से देश कीमती डॉलर की इनकम खो रहा है। विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए, सरकार ने पिछले हफ्ते सिंहली और तमिल नव वर्ष के साथ और भी कई छुट्टियों का ऐलान किया।
बिजली कटौती की समस्या से जूझ रहे लोगों से पीएम ने कहा कि मैं वादा करता हूं कि आने वाले वक्त में कभी भी ब्लैकआउट नहीं होगा। हमने पिछली सरकार को पावर प्लांट बनाने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन उसे नकार दिया गया। महिदा राजपक्षे के भाषण से कुछ घंटे पहले ही विपक्षी नेता साजिथ प्रेमदासा ने आरोप लगाया कि सरकार की खराब आर्थिक नीतियों की वजह से देश में आर्थिक मंदी आई।