मोदी सरकार के मंत्री ने माना, चीन के हैकर्स ने लद्दाख़ के पास बिजली केंद्र को बनाया था निशाना
दिल्लीः लद्दाख के पास बिजली वितरण केंद्रों को चीन के हैकरों की तरफ़ से हैक करने की कोशिशों की रिपोर्ट पर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने बयान दिया है.
ऊर्जा मंत्री आरके सिंह का कहना है कि हैकिंग की ये कोशिशें जनवरी, फ़रवरी में की गईं थीं, जिन्हें सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया गया था. ऊर्जा मंत्री ने ये भी कहा कि 2018 से साइबर सिक्योरिटी को काफ़ी मजबूत किया गया है और ऐसी कोशिशें सफल नहीं होंगी
दरअसल, ब्लूमबर्ग ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि चीनी हैकर्स ने हाल के महीनों में भारतीय पावर सेक्टर को निशाना बनाया था.
ख़ुफ़िया फर्म ”रिकॉर्डेड फ्यूचर इंक” के हवाले से प्रकाशित इस रिपोर्ट में कहा गया है कि हैकर्स ने उत्तर भारत में कम से कम 7 लोड डिस्पैच सेंटर्स को अपने निशाने पर लिया था. एक लोड डिस्पैच सेंटर को पहले भी RedEcho नाम के हैकिंग ग्रुप ने निशाना बनाया था.
इन सेंटर्स से लद्दाख में भारत-चीन की सीमा के पास ग्रीड कंट्रोल और बिजली वितरण का काम होता है. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि हैकर्स ने एक भारत के एक इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम को भी निशाना बनाया था.
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय पावर ग्रिड एसेट्स को चीन प्रायोजित हैकिंग ग्रुप्स के लंबे समय तक निशाने पर रखकर ख़ुफ़िया जानकारी जुटाने की कोशिश होती है.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में चीन के विदेश मंत्रालय से जवाब मांगने का भी ज़िक्र है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिल सका. इससे पहले भी चीन ऐसी किसी भी साइबर गतिविधि में शामिल होने से लगातार इनकार करता आया है.