मध्य प्रदेश में भाजपा ने संगठन में बड़ा बदलाव कर हितानंद शर्मा को महामंत्री बनाया
दिल्लीः मध्य प्रदेश में 2023 में विधानसभा चुनाव हैं और इसके लिए भाजपा ने सरकार ही नहीं संगठन स्तर पर भी अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। संगठन में महत्वपूर्ण बदलाव कर महामंत्री की नई जिम्मेदारी अब तक सह संगठन महामंत्री की हैसियत से काम कर रहे हितानंद शर्मा को पूर्ण रूप से महामंत्री बनाया गया है।
मध्य प्रदेश भाजपा के महामंत्री सुहास भगत को पिछले दिनों राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) ने भाजपा से वापस बुला लिया था और उस समय किसी की नियुक्ति नहीं की गई थी। बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अशोक सिंह ने हितानंद शर्मा को संगठन महामंत्री नियुक्ति पत्र जारी किया है। हितानंद शर्मा मूलतः अशोक नगर जिले के रहने वाले हैं और वे आरएसएस के सहायक संगठन विद्या भारती में लंबे समय तक रहे। मध्य प्रदेश भाजपा में वे कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान और कमलनाथ सरकार के गिरने के बाद आए थे। उन्हें भाजपा सह संगठन महामंत्री नियुक्त किया गया था। सुहास भगत के साथ उन्होंने यह जिम्मेदारी निभाई थी।
हितानंद शर्मा के सामने चुनौतियां
हितानंद शर्मा को संगठन महामंत्री के रूप में आने वाले दिनों में सबसे बड़ी चुनौैती मध्य प्रदेश में अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव हैं। उन्हें संगठन और सरकार के बीच समन्वय की भूमिका भी निभाना होगी क्योंकि डेढ़ साल के दौरान पार्टी को सरकार के कामों से ही चुनाव में जाना है। ऐसे में कई कड़े फैसले भी लेना होंगे जिससे प्रदेश में भाजपा की पांचवी बार सरकार बन सके। सुहास भगत ने जिस तरह नए पीढ़ी को आगे लाने का काम किया, उसी तरह हितानंद शर्मा को काम करना होगा। वैसे उन्हें प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ काम करने का फायदा मिलेगा।